दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद बनी रणनीति के अनुसार, बिहार चुनाव में भाजपा के लिए मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका में नज़र आ रहा है। मध्य प्रदेश के कई दिग्गज नेता बिहार में डेरा जमाए हुए हैं। इन्हें ज़ो
.
सबसे खास जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मिलती दिख रही है। हाल ही में डॉ. यादव दिल्ली गए थे, जहाँ बिहार के चुनाव को लेकर उनसे बात हुई है। संभावना है कि यादव बहुल सीटों पर केंद्रीय नेतृत्व उनका ज्यादा इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा कुछ ऐसी सीटों पर भी मुख्यमंत्री की सक्रियता बढ़ सकती है, जहाँ मध्य प्रदेश का असर है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दिल्ली में अमित शाह और केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक के बाद उनके बिहार दौरे की तैयारी हो गई है। वे भाजपा नेताओं का नामांकन कराने के लिए 17 अक्टूबर को बिहार जाएंगे। फिर दिवाली के बाद उनका जनसंपर्क अभियान शुरू होगा। दो-तीन दिन में केंद्रीय भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दौरा कार्यक्रम मध्य प्रदेश को मिल जाएगा। पूर्व में 14 सितंबर को मुख्यमंत्री पटना में यादव समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं।
मिथिला-तिरहुत ज़ोन में सर्वाधिक 58 सीटें हैं, और यह ज़ोन मध्य प्रदेश के भरोसे
इस बैठक के बाद पूरे बिहार को चुनाव प्रबंधन की दृष्टि से पार्टी ने पाँच भागों में बांटा है: मिथिला-तिरहुत, चंपारण-सारण, मगध-शाहाबाद, भागलपुर-कोशी-पूर्णिया, और पटना-मुंगेर-बेगूसराय-नालंदा। हर ज़ोन का प्रभारी एक बड़े नेता को बनाया गया है, और साथ ही संगठन से जुड़े एक नेता को उनके साथ जोड़ा गया है।
हर ज़ोन में 50 से 60 सीटें शामिल हैं। मध्य प्रदेश के भाजपा प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह को पार्टी ने बिहार के सर्वाधिक सीट वाले मिथिला और तिरहुत ज़ोन का प्रभारी बनाया है। इस ज़ोन में 12 जिलों की 10 लोकसभा सीटें और 58 विधानसभा सीटें आती हैं। मध्य प्रदेश के संगठन महामंत्री कार्यकर्ताओं को उनके साथ सह प्रभारी बनाया गया है। दोनों ही नेता पिछले दो सप्ताह से मिथिलांचल में डेरा डाले हुए हैं।
नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग को भी पार्टी की ओर से जातिगत समीकरणों के हिसाब से बिहार में काम सौंपा गया है। विश्वास सारंग को पटना-मुंगेर-बेगूसराय-नालंदा क्षेत्र में काम दिया गया है। इसके अलावा पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को अब बिहार के मुजफ्फरपुर और बोंचहा विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब जल्द ही मध्य प्रदेश के सांसद और कुछ विधायकों की भी ड्यूटी बिहार में लगने वाली है।
प्रदेश के पाँच नेता पहले से मैदान में हैं। पार्टी की ओर से अभी तक जिन नेताओं को बिहार में चुनाव का काम मिला है, वह भी जातिगत समीकरणों के हिसाब से ही है। भाजपा आलाकमान ने मध्य प्रदेश के पाँच नेताओं को बिहार विधानसभा चुनाव तक बिहार में कैंप कर चुनाव प्रबंधन देखने के लिए पहले ही बुला लिया है। 26 सितंबर को पटना में बिहार चुनाव प्रभारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रवासी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक की थी। मध्य प्रदेश के डॉ. महेंद्र सिंह, हितानंद, प्रहलाद पटेल और विश्वास सारंग इस बैठक में शामिल हुए थे।