राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर में प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाखों रुपये की लागत से निर्मित एक सार्वजनिक शौचालय पिछले आठ वर्षों से बंद पड़ा है। नगर के झालावाड़ नाके के पास सोमवारिया जाने वाले मार्ग पर वार्ड क्रमांक 4 में स्थित यह शौचालय निर्म
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12 लाख खर्च किए, जनता के लिए खोला ही नहीं
वर्ष 2016-17 में खिलचीपुर नगर पालिका ने नई दिल्ली की लोकप्रिय सेवा संस्थान के माध्यम से इस सार्वजनिक शौचालय परिसर का निर्माण कराया था। इसके निर्माण पर कुल 12 लाख 96 हजार रुपए खर्च हुए थे। हालांकि, निर्माण पूरा होने के बाद इसे कभी भी जनता के लिए खोला नहीं गया।
जिम्मेदारों ने ताला लगा परिसर छोड़ दिया
जिस संस्था को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसने ताले लगाकर परिसर छोड़ दिया, और तब से यह सुविधा बंद पड़ी है। स्थानीय निवासियों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है कि लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद यह महत्वपूर्ण सुविधा लोगों के काम नहीं आ रही है। स्थानीय निवासी राजू मालवीय ने सवाल उठाते हुए कहा, “जब इसे बंद ही रखना था, तो लाखों रुपये खर्च करने की क्या आवश्यकता थी?” लोगों का कहना है कि शौचालय बंद होने के कारण उन्हें खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
बंद पड़े शौचालय के पास गंदगी और दुर्गन्ध फैल रही
बंद पड़े इस शौचालय परिसर के आसपास गंदगी और दुर्गंध फैली रहती है। नागरिकों का आरोप है कि सरकार ने स्वच्छता के नाम पर बड़ी राशि तो खर्च कर दी, लेकिन इसके रखरखाव और उपयोग की कोई व्यवस्था नहीं की, जिसके चलते यह योजना केवल कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है।