छिंदवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वदेशी अपनाओ अभियान” को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छिंदवाड़ा के दशहरा मैदान में सांसद स्वदेशी मेला 2025 का आयोजन किया गया। यह मेला 8 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चला, जिसमें जिलेभर के स्थानीय व्यापारी और व्यवस
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पांच दिनों तक चले इस आयोजन में स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित और प्रोत्साहित किया गया। मेले में रोजाना 5 से 6 हजार लोगों की उपस्थिति रही, जबकि पूरे आयोजन के दौरान यह आंकड़ा 25 हजार के करीब पहुंच गया।
स्थानीय उत्पादों और व्यंजनों की रही धूम मेले में छिंदवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। तामिया के देसी व्यंजन और छिंदवाड़ा की प्रसिद्ध कोदो-कुटकी ने लोगों का दिल जीत लिया। इसके अलावा देसी अंदाज में लगाए गए फूड स्टॉल्स भी आकर्षण का केंद्र रहे।
मेले में रोजाना हुए सांस्कृतिक आयोजन
एक स्कूटी पर एक सोने के सिक्के का इनाम आयोजन समिति की ओर से प्रतिदिन एक स्कूटी और एक ग्राम के चार सोने के सिक्के इनाम के रूप में वितरित किए गए। इस कारण मेले में उत्साह का माहौल बना रहा और हर दिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचे।
मेले के दौरान हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें शासकीय और निजी स्कूलों के छात्रों ने आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही, जिला स्तरीय ड्राइंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

एक ही स्थान पर लगे सभी स्टॉल
‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान को दी गति आयोजन समिति के सदस्य मोनू राय ने बताया कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे “स्वदेशी अपनाओ अभियान” को जन-जन तक पहुंचाना था। मेले में इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स से लेकर बड़ी गाड़ियों तक के काउंटर लगाए गए, ताकि स्थानीय उत्पादकों को एक साझा मंच मिल सके और लोगों को स्वदेशी उत्पादों की ओर प्रेरित किया जा सके।
मोनू राय का कहना था हमारा उद्देश्य था कि छिंदवाड़ा के लोगों को एक ही मंच पर स्वदेशी उत्पादों की पूरी रेंज मिले। यहां आने वाला हर व्यक्ति भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता को महसूस करे और उनका उपयोग बढ़ाए।