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अक्सर बड़े बुजुर्ग कहते हैं पीरियड्स के दौरान आचार का डिब्बा नहीं छूना चाहिए, नहीं तो ऐसे में आचार सड़ जाता है. अब इस बात में कितना दम है और यह बात कितनी सच है. आइए जानते हैं इस बात पर एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं…
जबलपुर. कई घरों में अब भी कहा जाता है कि पीरियड्स के दौरान महिलाएं अचार के डिब्बे को न छुएं, नहीं तो अचार सड़ जाएगा. लेकिन क्या यह बात सच है? इस पर डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा है- यह सिर्फ एक मिथक है, सच नहीं. लोकल 18 से बातचीत में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. राखी बाजपेयी ने बताया कि पीरियड्स के समय महिलाओं को लेकर फैली कई मान्यताएं पूरी तरह से गलत हैं. जैसे- अचार छूने से अचार खराब होना, पेड़-पौधों को छूने से उनका मुरझा जाना, आईना देखने से चेहरे की चमक कम हो जाना या गाय को छूने से वह बांझ हो जाना. उन्होंने कहा कि इन सबका कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है.
डॉ. बाजपेयी के मुताबिक, ऐसे झूठे नियम बनाकर महिलाओं को रसोई और पूजा जैसे स्थानों से दूर रखा जाता है. यह सोच न सिर्फ गलत है बल्कि भेदभाव को बढ़ावा देती है. उन्होंने कहा कि पीरियड्स एक पूरी तरह से प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है, जिसमें शरीर से अनावश्यक रक्त बाहर निकलता है. यह किसी बीमारी या अपवित्रता का संकेत नहीं है. डॉ. बाजपेयी ने बताया कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को सहारा और समझ की जरूरत होती है, न कि प्रतिबंधों और शर्मिंदगी की. समाज को चाहिए कि वे अफवाहों की बजाय सही जानकारी फैलाएं.
मासिक धर्म कोई शर्म या अपवित्रता नहीं, शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया
उन्होंने कहा कि कई बार स्कूली छात्राएं इन भ्रांतियों के कारण डर और झिझक का सामना करती हैं. उन्हें सही शिक्षा और समर्थन देना जरूरी है. उन्होंने एक रोचक तथ्य भी बताया कि वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो अचार या जूस पीरियड्स के दौरान फायदेमंद हो सकता है. अचार के पानी में सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो शरीर में पानी और नमक का संतुलन बनाए रखते हैं. इससे मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द (cramps) कम करने में मदद मिलती है. डॉ. बाजपेयी ने कहा कि लोगों को ऐसे भ्रमों से बाहर आना होगा. उन्होंने सलाह दी कि अगर पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द या ब्लीडिंग हो, तो किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें. आखिर में उन्होंने कहा “मासिक धर्म कोई शर्म या अपवित्रता नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वस्थ शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है. इसे छिपाने नहीं, समझने की जरूरत है.”
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें