दतिया। जिले में रेत का खुलेआम अवैध उत्खनन हो रहा है। सिंध नदी के साथ साथ जहां रेत की खदानें स्वीकृत नहीं हैं वहां सबसे ज्यादा रेत उठाई जा रही है। जेसीबी, हिटैची और पनडुब्बी मशीनों से रेत का अवैध कारोबार हो रहा है। लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। इसका
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जिले में सिर्फ सेंवढ़ा क्षेत्र में ही रेत कंपनी की स्वीकृत खदान है। यह स्वीकृत खदान अतरेटा, बड़ौनकलां और डीपार क्षेत्र में है। बांकी जगह सिर्फ अवैध खदानें हैं। ये अवैध खदानें राजस्व और वन विभाग क्षेत्र में हैं। गोराघाट, उचाड़, हिनौतिया, घूघसी, लमकना, उनाव, सरसई, धमकना, बेरछ, बिछौंदना, भांडेर में हैं। वर्तमान में सबसे ज्यादा रेत उत्खनन गोराघाट और सोनागिर क्षेत्र से हो रहा है। दिन दहाड़े ओवरलोड रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत भरकर थानों के सामने से निकल रहे हैं और दतिया शहर में आसपास डंप लगा रहे हैं। सबसे ज्यादा बड़ा डंप 29वीं बटालियन के पास ही लगा देखा जा सकता है। मेडिकल कॉलेज और बटालियन के ठीक सामने रेत का डंप लगा है। लेकिन अधिकारियों को डंप दिखाई नहीं देता। जबकि इसी डंप के बगल से पूरा जिला प्रशासन आता जाता है।