बुरहानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने विजयादशमी और अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में नेपानगर में एक विशाल पथ संचलन निकाला। इसमें 500 से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए, जिन्होंने नगर के मुख्य मार्गों पर 4 किलोमीटर की दूरी तय की। यह
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पथ संचलन का नगर में विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया। समाजजनों, मातृशक्ति और स्वयंसेवी संगठनों ने 30 से अधिक जगहों पर पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया। मार्ग पर जगह-जगह रंगोली भी बनाई गई थी, जिससे उत्सव का माहौल बन गया।
पथ संचलन की शुरुआत शाम 4 बजे नेपानगर के रामलीला मैदान स्थित 7 नंबर गेट से घोष के साथ हुई। एकत्रीकरण के बाद ध्वज प्रणाम और शस्त्र पूजन किया गया, जिसके बाद योगासन और व्यायाम जैसे कार्यक्रम हुए। मंच पर नगर कार्यवाह तुषार सोनवणे, अतिथि शालिकराम राखोंडे और मुख्य वक्ता जिला प्रचारक अभय विश्वकर्मा उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक अभय विश्वकर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं, लेकिन समाज को संगठित करने का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने प्रभु श्रीराम के सिद्धांतों पर चलने और समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर आकर संगठित होने की आवश्यकता पर जोर दिया।
विश्वकर्मा ने आगे कहा कि अन्याय, अधर्म और असत्य कितना भी व्याप्त क्यों न हो, जब समाज की सामूहिक शक्ति का निर्माण होता है तो विजय अवश्य प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि संघ समाज को संगठित कर सामूहिक शक्ति का निर्माण कर रहा है, ताकि राष्ट्र सदैव विजयी रहे और एक संगठित, विजयशाली हिन्दू समाज का निर्माण हो सके।