सिवनी हवाला मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस प्रकरण में 3 करोड़ रुपए की लूट के आरोपों के बाद सिवनी सीएसपी पूजा पांडे और बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम सहित अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
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पुलिस अधिकारी फिलहाल जांच जारी होने का हवाला देते हुए इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। यह घटना 8 और 9 अक्टूबर की रात एनएच 44 पर सीलादेही बायपास के पास हुई थी। 11 अक्टूबर को लखनवाड़ा पुलिस थाना में दर्ज एफआईआर के अनुसार, जबलपुर से नागपुर जा रही एक सफेद क्रेटा कार (एमएच 13 ईके 3430) में अवैध रकम और मादक पदार्थ होने की सूचना मिली थी।
इस सूचना पर एसडीओपी (सीएसपी) पूजा पांडे ने सहयोगी कर्मचारियों, जिनमें एसआई अर्पित भैरम (थाना प्रभारी बंडोल) और अन्य आरक्षक शामिल थे, के साथ मिलकर हाईवे पर वाहनों की जांच शुरू की। जांच के दौरान, सीलादेही बायपास पर संदिग्ध वाहन को रोका गया।
कार में औरंगाबाद निवासी इरफान पठान और जालना, महाराष्ट्र निवासी शेख मुख्तार सवार थे। वाहन की सीट के नीचे बने चैंबर की तलाशी लेने पर प्लास्टिक की बोरी में रखे नोटों के बंडल मिले। इन बंडलों में 500 रुपए के नोटों की कुल 29 गड्डियां थीं, जिनकी कुल राशि 1 करोड़ 45 लाख रुपए थी। सीएसपी पूजा पांडे ने यह राशि अपने कब्जे में ले ली। पुलिस की जांच के दौरान दोनों कार सवार मौके से फरार हो गए।

जब्त की गई यह राशि 9 अक्टूबर को सीएसपी पूजा पांडे और एसआई अर्पित भैरम की ओर से एसडीओपी कार्यालय में प्रस्तुत की गई थी। इसके बाद, 10 अक्टूबर को इसे कोतवाली थाना के मालखाने में सीलबंद कर सुरक्षित रख दिया गया। प्रारंभिक जांच में यह राशि जुआ या सट्टा लगाने से संबंधित बताई जा रही है, जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जा रहा था। एफआईआर में सोहन परमार, इरफान पठान और शेख मुख्तार को इस संगठित गतिविधि में शामिल पाया गया है।