भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज शुरू होने में अब बस कुछ ही दिनों का समय रह गया है. लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे भारत के दिग्गज खिलाड़ियों की टीम में वापसी हुई है. दोनों ही स्टार खिलाड़ियों ने पहले टी20I और अब इस साल की शुरुआत में टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया था. ऐसे में अब वह केवल वनडे में कहर ढाते दिखेंगे. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हमेशा ही कांटे की टक्कर देखने को मिली है. जब-जब दोनों टीमें व्हाइट बॉल क्रिकेट में आमने-सामने आई हैं जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला है. आज हम आपको एक ऐसे मैच के बारे में बताएंगे जिसमें भारत की तिकड़ी ने ऑस्ट्रेलिया को रूला कर रख दिया था.
359 रनों का लक्ष्य
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने ताबड़तोड़ प्रदर्शन करते हुए बोर्ड पर 359 रन लगा दिए. कंगारुओं की तरफ से सलामी बल्लेबाज एरोन फिंच और फ्लीप ह्यूज ने शानदार बल्लेबाजी की थी. फिंच ने 50 और ह्यूज ने 83 रनों की पारी खेली थी. उसके बाद शेन वॉटसन ने 59 रन बनाए. यहां तक फिर भी ठीक था, लेकिन फर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जॉर्ज बैली और ग्लेन मैक्सवेल ने बची कसर भी पूरी कर दी. बैली ने नॉटआउट 50 गेंदों में 92 रनों की पारी खेली. अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 8 चौके और 5 छक्के लगाए. उनकी कप्तानी पारी ने ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 359 /5 रनों तक पहुंचा दिया.
7 ओवर पहले चेज किया टारगेट
ऑस्ट्रेलिया के विशाल लक्ष्य के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद शानदार रही. भारत की सलामी जोड़ी ने विस्फोटक शुरुआत की. शिखर धवन ने 86 गेंदों में 95 रनों की पारी खेली. वह अपनी शतक की और बढ़ ही रहे थे कि फॉक्नर ने उन्हें आउट कर दिया, लेकिन रोहित शर्मा एक छोर पर टिके रहे और 123 गेंदों का सामना करते हुए 17 चौके और 4 छक्के की मदद से 141 रन बना डाले. उनके साथ भारत के रन मशीन कहे जाने वाले विराट कोहली ने 52 गेंदों में 100 रनों की पारी खेली. दोनों की विध्वंसक पारियों की वजह से टीम इंडिया ने यह मैच 7 ओवर रहते ही जीत लिया.
विराट का सबसे तेज शतक
16 अक्टूबर को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का सबसे तेज शतक बनाया. उन्होंने मात्र 52 गेंदों का सामना करते हुए 100 रनों की पारी खेली. इस दौरान कोहली ने 8 चौके और 7 छक्के लगाए. साथ ही उनका 192.90 का स्ट्राइक रेट रहा. बता दें कि कोहली उस समय अपने करियर के बेस्ट दौर से गुजर रहे थे. उन्होंने उस साल जमकर शतक लगाए थे.