मऊगंज जिले में एक युवक के प्राइवेट पार्ट (एनस) में लोहे की रॉड डालने के मामले में परिजनों ने मऊगंज थाना प्रभारी संदीप भारती पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है।
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पीड़ित के पिता ने कहा कि पुलिस ने अपनी मर्जी से एफआईआर लिखी। जब उन्होंने रिपोर्ट की कॉपी देखी तो उसमें लोहे की सरिया डालने जैसे गंभीर आरोपों को हटा दिया गया था।
मां का आरोप- पुलिस ने बेटे को अस्पताल में फेंक दिया
“मेरा बेटा रास्ता भटककर किसी की बाउंड्री के पास खड़ा था। वे लोग चोरी का आरोप लगाकर उसे अंदर ले गए और बेरहमी से पीटा, सरिया तक डाल दी। जब हम सुबह पहुंचे तो बेटा अधमरा पड़ा था। चेहरा खून से लथपथ था। पुलिस ने हमें डांटा। कहा कि इसे घर ले जाओ। बाद में पुलिस ने उसे अस्पताल में फेंक दिया।”
एसपी के हस्तक्षेप के बाद मिला इलाज
पिता के मुताबिक, उनके बेटे की तबीयत बुधवार शाम अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर सीधे पुलिस अधीक्षक (एसपी) दिलीप सोनी के कार्यालय पहुंचे।
एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल डॉक्टरों से चर्चा की और युवक को बेहतर इलाज दिलाने का आश्वासन दिया। एसपी के हस्तक्षेप के बाद ही शाम को युवक को दोबारा रीवा रेफर किया जा सका।
तीन दिन में दूसरी बार रीवा रेफर
घायल युवक को पहले मऊगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज नहीं मिलने पर उसे रीवा रेफर किया गया। वहां भी इलाज नहीं होने पर हालत बिगड़ गई। एसपी के हस्तक्षेप के बाद बुधवार शाम को युवक को दोबारा रीवा भेजा गया।
एक आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश
इस मामले में एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि पीड़ित को बेहतर इलाज और न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। हालांकि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के नाम का खुलासा नहीं किया।
बता दें कि मऊगंज जिले के कंचन टोला में भीमसेन साकेत, राजू साकेत और ननका साकेत ने चोरी के शक में एक युवक के मलद्वार में लोहे की रॉड डालकर बर्बरता की।


मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धाराएं बढ़ाएंगे
मऊगंज एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि शाम को पीड़ित के परिजन हमारे पास पहुंचे थे। हमने बीएमओ डॉ. प्रदुमन शुक्ला से चर्चा की। मरीज को बेहतर इलाज के लिए रीवा भेजा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद यदि शरीर के भीतर कोई गंभीर चोट या आंतरिक क्षति पाई जाती है तो मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धाराओं में वृद्धि की जाएगी तथा दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।