शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का धरना गुरुवार को समाप्त हो गया। परिषद पूर्व प्राचार्य डॉ. जेके श्रीवास्तव पर अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रही थी। कॉलेज प्रशासन द्वारा जांच समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक किए
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ABVP ने पूर्व प्राचार्य डॉ. जेके श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए थे। शासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर मंगलवार दोपहर से महानगर मंत्री सिद्धार्थ यादव के नेतृत्व में कॉलेज गेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया था।
प्रदर्शन के दौरान AVBP पदाधिकारी।
धरने के दौरान बुधवार को भोपाल से चार सदस्यीय जांच टीम कॉलेज पहुंची थी। इस टीम ने दस्तावेजों की जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार की और रात में ही लौट गई।
धरने के तीसरे दिन गुरुवार को परिषद के कार्यकर्ताओं ने मांग की कि कॉलेज प्रशासन द्वारा 19 सितंबर को शासन को सौंपी गई जांच समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। इस मांग पर बहस के बाद कार्यकर्ताओं ने इंजीनियरिंग कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। करीब एक घंटे बाद प्राचार्य प्रो. उमेश पेंढारकर ने जांच समिति की रिपोर्ट सामने रखी।
जांच रिपोर्ट में परिषद द्वारा की गई शिकायत पर दस्तावेजों की जांच के बाद पूर्व प्राचार्य पर आर्थिक अनियमितता के आरोप सही पाए गए। समिति ने पूर्व प्राचार्य श्रीवास्तव पर शासन के नियमानुसार कार्रवाई की अनुशंसा की है।कॉलेज प्रशासन द्वारा गठित इस समिति में प्रो. एनएल प्रजापति अध्यक्ष और प्रो. नेहा शर्मा, प्रो. एचके पटेल सदस्य थे।

प्रदर्शन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।