कटनी कलेक्टर ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) उमरिया पान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) के संचालन और मरीजों को मिल रही सुविधाओं का गहन जायजा लिया।
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कलेक्टर आशीष तिवारी ने अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों से सीधे बातचीत की। उन्होंने उमरिया पान निवासी रंजीत वंशकार और ढीमरखेड़ा निवासी विद्यावती से अस्पताल में मिल रही निःशुल्क दवाओं और इलाज संबंधी जानकारी प्राप्त की।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर का विशेष ध्यान पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) पर रहा। उन्होंने यहां भर्ती कुपोषित बच्चों की माताओं से केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। बीएमओ डॉ. बीके प्रसाद ने बताया कि केंद्र की क्षमता 10 बिस्तरों की है और वर्तमान में सभी बिस्तर पर कुपोषित बच्चे भर्ती हैं।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर और एएनएम अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें। अति कुपोषित (एसएएम) और मध्यम कुपोषित (एमएएम) बच्चों की पहचान कर तत्काल पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराएं और उनकी बेहतर देखभाल सुनिश्चित की जाए।
पूरी तरह स्वस्थ होने तक बच्चों की देखभाल करें
कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि बच्चों के पूरी तरह स्वस्थ होने तक उनकी देखभाल की जाए। डिस्चार्ज होने के बाद भी बच्चों का दूरभाष के माध्यम से समय-समय पर फॉलोअप लिया जाए और उसकी जानकारी दर्ज की जाए, ताकि कुपोषण की स्थिति दोबारा न उत्पन्न हो।
इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्र के कंप्यूटर कक्ष, नेत्र परीक्षण कक्ष, उमंग स्वास्थ्य केंद्र, जनरल वार्ड और आयुष्मान कार्ड कक्ष सहित अन्य महत्वपूर्ण अनुभागों का भी भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अस्पताल परिसर की जल निकासी (ड्रेनेज) व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यपालन यंत्री आरईएस और जनपद पंचायत सीईओ ढीमरखेड़ा को अस्पताल के पानी की व्यवस्थित निकासी कर उसे मुख्य नाली से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने को कहा।
