देश के उत्पादों को अपनाने की डाले आदत: सागर में बोले डिप्टी सीएम-अंग्रेज तो चले गए, मगर हम पश्चिम कल्चर को अपनाने से छोड़ नहीं पाए – Sagar News

देश के उत्पादों को अपनाने की डाले आदत:  सागर में बोले डिप्टी सीएम-अंग्रेज तो चले गए, मगर हम पश्चिम कल्चर को अपनाने से छोड़ नहीं पाए – Sagar News



आत्मनिर्भर भारत को लेकर बात करते हुए डिप्टी सीएम शुक्ल।

हम सब यह महसूस कर रहे हैं कि भारत बहुत तेजी के साथ अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है। जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी जो अब चौथे स्थान पर पहुंच चुकी है। जापान को भी पीछे करने में हमने सफलता प्राप्त की

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2047 में भारत आर्थिक महाशक्ति बनकर विश्व गुरु के रूप में स्थापित होकर दुनिया का नेतृत्व करेगा। तभी दुनिया में शांति की स्थापना हो सकेगी और सही दिशा में दुनिया आगे बढ़ेगी। इस सोच को पूरा करने के लिए बहुत तेजी के साथ हम अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं। यह बात मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री और सागर जिला प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सागर में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब हम विकसित भारत बनाना चाहते है तो भारत को आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा और आत्म निर्भर भारत यदि बनाना है तो स्वदेशी संकल्प का जागरण करना पड़ेगा। हर घर स्वदेशी घर घर स्वदेशी इसके लिए निरंतर आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन, आत्म निर्भर भारत संकल्प यात्राओं व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि हम अपने देश में बने हुए उत्पादों का उपयोग करें।

पाश्चात सभ्यता को हम नहीं छोड़ पाए जिसमें हमारे देश के नागरिकों का पसीना लगा हुआ है और हमारे देश की मिट्टी की सुगंध आ रही हो। ऐसी चीजों को अपनाने की आदत हम सभी को डालनी है। स्वतंत्रता के बाद यह बात सही है कि अंग्रेजों के जाने के बाद भी हम पाश्चात सभ्यता को छोड़ नहीं पाए।

उस समय भी हमारी विचारधारा के लोगों स्वदेशी का मंत्र फूंका और इस अभियान को बुलंद किया। और समय-समय पर स्वदेशी जागरण मंच भी अपने कार्यक्रम करता रहा। हमें स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए हमें प्रेरित करता रहा। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर हो रहा है तो कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि भारत इतना सक्षम हो सकेगा।

कोर में हमने वैक्सीन निर्यात की

कोविड महामारी के समय 120 करोड़ देश वासियों को डबल डोस वैक्सीनेसन कराकर उनके जीवन को बचाने का काम करने के साथ-साथ दुनिया के 100 देशों को कोविड की वैक्सीन निर्यात भी करेगा। तेजस जैसा लड़ाकू विमान का निर्यात हम लाखों करोड़ों रूपयों का कर पाएंगे।

यह कभी किसी ने नहीं सोचा था। ब्रह्मोस मिसाइल आज पराक्रम का प्रतीक बन गई है जो हमारे देश में निर्मित हो रही है। मोबाईल मैन्युफेक्चरिंग में भी आज बड़ा हिस्सा भारत का है। इस दौरान जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी, सांसद लता वानखेड़े, विधायक शैलेंद्र कुमार जैन, विधायक प्रदीप लारिया, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, महापौर संगीता तिवारी समेत अन्य मौजूद थे।



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