मऊगंज में सड़क हादसे 46% कम हुए: डीडीएचआई रैंकिंग में जिले को प्रदेश भर में दूसरा स्थान – Mauganj News

मऊगंज में सड़क हादसे 46% कम हुए:  डीडीएचआई रैंकिंग में जिले को प्रदेश भर में दूसरा स्थान – Mauganj News


मऊगंज ने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में शानदार सफलता हासिल की है। हाल ही में मध्य प्रदेश शासन अकादमी की कार्यशाला की डीडीएचआई (District Development Holistic Index) रैंकिंग में मऊगंज को प्रदेश भर में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। जिले में सड़क हादसों की दर

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डीडीएचआई रैंकिंग एक प्रणाली है जो मध्य प्रदेश में जिलों के सड़क सुरक्षा प्रबंधन और दुर्घटना निवारण के प्रयासों का मूल्यांकन करती है और उन्हें क्रम प्रदान करती है।

ब्लैक स्पॉट सुधार और आवारा पशुओं का प्रबंधन

हादसों को कम करने के लिए जिले के प्रमुख ब्लैक स्पॉट जैसे पुराना आरटीओ चेकपोस्ट (हनुमना), मोटवा चौक, बदैया मोड़, खटखरी मुख्य बाजार, पटेहरा-हर्दिहाई मोड़ और पथरिया-पन्नी रोड पर सुधार कार्य किए गए। इन कार्यों में लाइन मार्किंग, साइन बोर्ड, सोलर ब्लिंकर की मरम्मत, कैट आई रीइंस्टॉल और ड्रम व कर्व पेंटिंग शामिल हैं।

इसके अलावा सड़क हादसों के एक प्रमुख कारण आवारा पशुओं के प्रबंधन के लिए भी प्रभावी कदम उठाए गए हैं। जिले की 86 गोशालाओं में 15,277 गोवंश को रखा गया है। मऊगंज नगर पंचायत क्षेत्र में अतिक्रमण हटाकर सड़कों का चौड़ीकरण किया गया और रात में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए मास्ट हैलोजन स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं।

जन अभियान से मिली सफलता

कलेक्टर संजय कुमार जैन ने बताया कि जिले में सड़क सुरक्षा को जन अभियान के रूप में अपनाया गया है। नुक्कड़ नाटक, बाइक रैली, दीवार लेखन, लोकगीत, जन चौपाल, साइकिल रैली और मैराथन जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

“हिट एंड रन मोटरयान दुर्घटना पीड़ित प्रतिकर योजना 2022” के तहत 6 प्रकरणों में ₹12 लाख की सहायता दी गई। “राहवीर योजना” के तहत गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाने पर 2 लोगों को ₹25,000 की प्रोत्साहन राशि दी गई। कलेक्टर जैन ने कहा, “हमारे प्रयासों से इस वर्ष मऊगंज में दुर्घटना दर 46% घटी है। अगला लक्ष्य जीरो एक्सीडेंट रेट हासिल करना है।”

भविष्य की कार्ययोजना: फ्लाईओवर, अंडरपास और यातायात थाना

  • जिले में यातायात थाना स्थापित करना।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस चौकियों का विस्तार।
  • खटखरी मुख्य बाजार में फ्लाईओवर निर्माण और खटखरी बायपास का प्रस्ताव।
  • हनुमना बायपास मोटवा पहरी ब्लैक स्पॉट पर अंडरपास ब्रिज का निर्माण।
  • मोबाइल गश्त यूनिट, स्पीड ट्रैकर, इंटरसेप्टर वाहन और ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग।
  • एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम (ALS) एम्बुलेंस की संख्या में वृद्धि।



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