छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप से मासूम बच्चों की मौत और मंदसौर जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर जिला कांग्रेस ने शुक्रवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकालकर स्वास्थ्य विभाग और सरकार की लापरवाही के खिलाफ नारेब
.
कांग्रेस ने इस घटना को राज्य की चिकित्सा व्यवस्था की विफलता बताया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इन सिरपों को खतरनाक घोषित करते हुए वैश्विक चेतावनी जारी की है। इन सिरपों में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक जहरीले रसायन की मात्रा सुरक्षित सीमा से 500 गुना अधिक पाई गई है।
कांग्रेस ने मांग की कि दोषी निर्माता कंपनियों, वितरकों और संबंधित अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। इसके साथ ही SIT रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए, मृत बच्चों के परिजनों को ₹20 लाख का मुआवजा और प्रभावित बच्चों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाए।
कांग्रेसियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के पुरुष-महिला कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कांग्रेस ने दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए सभी कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाने, राज्यभर में स्वतंत्र दवा गुणवत्ता जांच प्रयोगशालाएं स्थापित करने, और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में नेफ्रोलॉजी विभाग व डायलिसिस यूनिट शुरू करने की मांग की।
नेताओं ने कहा कि यह घटना पूरे मध्यप्रदेश के लिए शोक और शर्म का विषय है तथा यह बाल अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। कांग्रेस ने राज्यपाल से तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग की।
इस दौरान जिला प्रभारी मनोज राजानी, विधायक विपिन जैन, पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल, पुष्पा भारती, मनजीत सिंह टुटेजा, परशुराम सिसोदिया, राजेश सिंह रघुवंशी, माजीद चौधरी, अनिल शर्मा, फरजाना खान, विकास दशोरा, प्रमिला सिंह, वर्षा सांखला, और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।