इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज की प्राचार्य की मौत की झूठी खबर फैलाने के मामले में भंवरकुआं पुलिस ने दो छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने भी कार्रवाई की है। मामले में दोनों छात्रों को दो माह के लिए सस्पेंड किया गया है। यह कार्रवाई कॉ
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पुलिस के अनुसार, मयंक कछावा निवासी स्कीम नंबर 78 और हिमांशु जायसवाल निवासी मालवा मिल दोनों बीसीए थर्ड सेमेस्टर के छात्र हैं। इन पर प्राचार्य की झूठी मौत की खबर बनाकर उसे वॉट्सऐप के जरिए कई लोगों तक भेजने का आरोप है। इन्होंने यह झूठी खबर परीक्षा रुकवाने के लिए फैलाई थी।
पुलिस अधिकारी एसआई नीलमणि ठाकुर ने बताया कि यह खबर इतनी तेजी से फैली कि कॉलेज के कई स्टाफ और छात्रों में भ्रम की स्थिति बन गई।
होल्कर कॉलेज की प्राचार्य अनामिका जैन।
प्रिंसिपल ने थाने में लिखित शिकायत की
मेजर (रिटायर्ड) डॉ. अनामिका जैन ने थाने में लिखित आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि होलकर साइंस कॉलेज की स्थापना को 134 साल हो चुके हैं। वर्तमान में यहां लगभग 12,000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
15 अक्टूबर को कॉलेज में CCA परीक्षा आयोजित होनी थी। इस बारे में नोटिस बोर्ड के माध्यम से स्टूडेंट्स और प्रोफेसरों को सूचित किया गया था। 14 अक्टूबर की रात, कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. नागेश, एचओडी डॉ. अर्पणा और एक छात्र आलेख ने उन्हें कॉल कर उनका हाल-चाल पूछा।
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वॉट्सऐप पर उनके स्वर्गवास की खबर वायरल हो रही है। इसके कारण परीक्षा रद्द होने की अफवाह भी फैल गई है। इसके बाद प्रिंसिपल ने खुद कॉलेज स्टाफ को वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर जानकारी दी कि यह खबर भ्रामक और झूठी है।

छात्रों ने इस मैसेज को वॉट्सऐप ग्रुप पर शेयर किया था।
जांच में पता चला इसके पीछे दो छात्र
जांच के दौरान पता चला कि यह मैसेज मयंक और हिमांशु ने बनाया और फैलाया था। इसके बाद दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रिंसिपल डॉ. अनामिका जैन ने कहा कि इस घटना से उन्हें मानसिक तनाव और परेशानी का सामना करना पड़ा।