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Jabalpur Tourist Spot: दिवाली की छुट्टियों में जबलपुर के आसपास घूमने के लिए कई शानदार जगहें हैं, जैसे भेड़ाघाट, डुमना नेचर पार्क, मदनमहल किला, गौरीघाट, और कान्हा नेशनल पार्क.
दिवाली पर इस बार भी लंबी छुट्टियों का दौर देखने को मिलेगा. ऐसे में संस्कारधानी जबलपुर के आसपास घूमने के लिए अलग-अलग पिकनिक स्पॉट का प्लान बनाया जा सकता है. यहां कम खर्चे में दोगुना मजा मिल जाएगा.

जबलपुर से होकर आप कान्हा नेशनल पार्क जा सकते हैं. इस पार्क की कहानी आपने सुनी ही होगी. जबलपुर से यह पार्क मात्र 165 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां आपको शेर से लेकर कई प्रजातियां आसानी से देखने को मिल जाएंगी.

जबलपुर का जाना माना स्थान भेड़ाघाट है. जिसने देशभर ही नहीं विदेश में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है. भेड़ाघाट की संगमरमर वादियां और गिरता हुआ धुआं की तरह दिखने वाला झरना आपको मंत्रमुग्ध कर देगा.

आप भेड़ाघाट आ जाएं और पंचवटी में नौका विहार न करें, ऐसा संभव ही नहीं है. यह वही घाट है, जहां संगमरमर वादियों के बीच बोटिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है. जहां कई फिल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है.

त्रिपुर सुंदरी माता का मंदिर, यह मंदिर अपने आप में ऐतिहासिक मंदिर है, जो कलचुरी कालीन है. इस मंदिर में दर्शन करने से भक्तों की पूरी हो होती है, जहां कई शोध भी हो चुके हैं.

कचनार सिटी, जहां भोलेनाथ की अद्भुत मूर्ति है. यह मूर्ति करीब 76 फीट ऊंची है, जो टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करती है. इस मूर्ति के नीचे मंदिर भी है. यह मूर्ति MP की सबसे बड़ी हैं. जिसका अपना अलग महत्व है.

मदनमहल का किला ,जिसे भुलाया नहीं जा सकता. रानी दुर्गावती का यह महल अपने आप में एक अजूबा है. जिसका इतिहास काफी पुराना है. बैलेंस रॉक और मदन महल किला आसपास मौजूद हैं.

जबलपुर का डुमना नेचर पार्क 2 हजार एकड़ में फैला एशिया का सबसे बड़ा अर्बन फॉरेस्ट है. यहाँ बच्चे टॉय ट्रेन, बुजुर्ग ई-रिक्शा और परिवार प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं. यह पार्क किसी फैमिली पैक से कम नहीं है, इसके अलावा प्राकृतिक नजारे मतलब खंडारी वॉटरफॉल बुजुर्गो का मनमोह लेगा.

मां नर्मदा का आंचल, गौरीघाट. जहां आने से आपके मन को शांति और सुकून मिलेगा. देशभर में एक ऐसा मात्र घाट, जहां बीच नदी में मंदिर बना हुआ है. जबलपुर के गौरी घाट में सुबह शाम महाआरती होती है. जहां भक्तों का जन सैलाब उमड़ता है.