सागर. सर्दी का मौसम आते ही हरी सब्जियों में सबसे अधिक मेथी की भाजी की डिमांड बढ़ जाती है, एक तो इस भाजी की तैयार होने वाली रेसिपी का अपना अलग स्वाद होता है, तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है, लेकिन इसका फायदा उठाकर किसान अपनी इनकम को बढ़ा सकते हैं.
सागर में मल्टी लेयर फार्मिंग के आविष्कारक किसान आकाश चौरसिया बताते हैं कि वैसे तो गर्मी का सीजन छोड़कर सभी मौसम में इसका उपयोग किया जाता है, लेकिन उगाने के दृष्टिकोण से देखें, तो यह सबसे उपयुक्त समय चल रहा है, क्योंकि इस समय अगर मैथी लगा दी जाए, तो इसके दाम अच्छे मिल जाते हैं. अभी ₹80 किलो इसके भाव चल रहे हैं. किसान इस समय लगते हैं, तो ₹40 किलो तक भाव मिल जाएंगे और यह बहुत जल्दी होने वाली फसल है. केवल 20 दिन में ही इनकम शुरू हो जाती है.
इस विधि से करें बुवाई
मेथी को क्यारी या बेड पद्धति दोनों तरह से लगाया जा सकता है. सर्दी में क्यारी में लगाने से पहले आप चूना और नीम पाउडर से ट्रीटमेंट कर दीजिए, क्योंकि इस समय मिट्टी के अंदर बहुत सारी फंगस होते हैं. बारिश की नमी के कारण उसमें फफूंद होती ह. फफूंद की वजह से मेथी में गलन का रोग देखने को मिलता है. इस समय में किसान भाई 100 किलो चूना पाउडर और 50 किलो नीम का पाउडर एक एकड़ में डालकर अच्छी जुताई करेंय मेथी की बुवाई करने से पहले बीज उपचार करें.
बीज उपचार इस विधि से करें
2 लीटर गोमूत्र, ढाई सौ ग्राम धनिया का पाउडर ,ढाई सौ ग्राम मिर्ची का पाउडर तीनों का आपस में पेस्ट बनाकर बीज का लेप करें और फिर राख के साथ बुवाई करें. इसमें हम चूल्हे की राख या लकड़ी की राख का इस्तेमाल करते हैं. इससे मिट्टी के अंदर और पत्तों पर आने वाली बीमारियां कंट्रोल हो जाएंगे.
चूना पत्थर को पानी में मिलाकर स्प्रे कर दें
अगर मेथी में सड़न गलन या फफूंद से संबंधित कोई रोग आता है, तो चूना पानी का स्प्रे मेथी पर कर सकते हैं. डेढ़ सौ ग्राम चूना पत्थर 15 लीटर पानी में मिलाकर के स्प्रे कर दें, तो तुरंत कंट्रोल हो जाएगी.