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Subsidy on Mini Tractor: खेत के लिए अगर आपको मिनि ट्रैक्टर की तलाश है तो ये आर्टिकल आपकी बहुत मदद कर सकता है. इसके लिए सरकार आपको सब्सिडी भी दे रही है, जानें कैसे उठाएं फायदा. (रिपोर्ट:नितेश)
बीते कुछ सालों से किसानों का रुझान बागवानी की तरफ बढ़ा है. लेकिन बागवानी में कई उपकरणों की जरूरत होती है. ऐसे में किसान भाई अगर बागवानी करते हैं, तो उनकी जेब पर काफी असर होता है. लेकिन शासन भी समय-समय पर कुछ ऐसी स्कीम लेकर आते हैं, जहां पर किसान भाई अप्लाई कर अच्छी यानी उपयोगी मशीनें खरीद सकते हैं. इसमें आपको काफी सब्सिडी मिल सकती है.

ऐसे में किसान भाई अपने खेतों में यंत्रों की संख्या बढ़ा सकते हैं. एक ऐसी योजना है, जिसे पहले आओ पहले पाओ योजना. इसमें छोटू ट्रैक्टर भी चर्चा का विषय बना है. ऐसे में इसे कैसे आप अपना बना सकते हैं, इसके लिए लोकल 18 ग्रामीण उद्यान विकास अधिकारी चांदनी राहंगडाले से बातचीत की.

बागवानी एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर काम के लिए लगातार मजदूरों की जरूरत पड़ती है. लेकिन बीते कुछ सालों में मजदूरों की समस्या ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है. ऐसे में यंत्रीकरण ही एक ऐसा रास्ता है, जो किसानों को राहत देता है. जो मजदूरी से भी सस्ता है और टिकाऊ तरीका है. ऐसे में छोटू ट्रैक्टर भी बागवानी को आसान करता है. मिनी ट्रैक्टरों का इस्तेमाल खेती, जुताई, बुवाई, खाद और कीटनाशक के छिड़काव जैसे कामों को आसान बनाता है.

मिनी ट्रैक्टर का कॉम्पैक्ट आकार और हल्का डिजाइन इन्हें छोटे खेतों, बागों और ग्रीनहाउस के लिए बेहतर होता है.इन्हें चलाना और परिवहन करना आसान है. 11 से 40 हॉर्स पावर (HP) की रेंज में उपलब्ध हैं, जो विभिन्न कृषि आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त हैं.

परसवाड़ा विकासखंड से ग्रामीण उद्यान विकास अधिकारी चांदनी राहंगडाले ने बताया कि मिनी ट्रैक्टर सब्सिडी पर मिल सकते हैं. ऐसे में ये उद्यानिकी विभाग की एक योजना है, जिसका नाम एमआईडीएच है. इसमें यंत्रीकरण में किसान भाई आवेदन कर सकते हैं. इसमें पांच एकड़ से कम है उन्हें 2 लाख 25 हजार और मझोले किसान यानी जिनकी जमीन 1 लाख 80 हजार रुपए की सब्सिडी मिल सकते है.

इसमें मध्य प्रदेश शासन के उद्यानिकी विभाग की वेबसाइट पर जाकर इसमें किसान भाई कुछ दस्तावेजों के साथ अप्लाई कर सकते हैं. या फिर इसके लिए अपने इलाके अधिकारियों से संपर्क कर छोटू ट्रैक्टर के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

ऐसे में अगर आप इसमें अप्लाई करते हैं, तो पहले आओ पहले पाओ के तहत आपको ये उपकरण मिल सकता है. या फिर लॉटरी सिस्टम होता है. इसमें भी किसानों को पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर किसान भाई इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं.

आपको स्पष्ट कर दें कि आपको अगर योजना का लाभ मिलता भी है, तो आपको पहले पूरी रकम जमा करनी पडेगी. ट्रैक्टर मिलने के कुछ समय बाद सब्सिडी के रकम आपके बैंक खाते में जमा हो जाएगी.