रतलाम में चार माह पूर्व बाजना थाना क्षेत्र में एक युवक द्वारा फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। अब मृतक के परिजन परिवार के अन्य सदस्यों पर बेटे को फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगा रहे हैं और भांजगड़ा (समझौता) कर 5 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। पै
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क्या है पूरा मामला समझिए बाजना थाना में किसान रितु (45) पिता भेरू खराड़ी निवासी कुपड़ा चरपोटा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताया कि चार माह पहले मेरे बड़े पिताजी के बेटे शांतु पिता उंकार खराडी के घर नोतरे का कार्यक्रम था। उसी रात को शांतु के बेटे रमेश (30) का शव बोर के पेड़ पर लटका मिला। यह पेड़ मेरे घर से करीब 300 फीट दूर है।
फरियादी जिसके साथ मारपीट की गई।
इस घटना को लेकर शांतु ने मेरे ऊपर और मेरे बड़े पिताजी हालु के बेटे पर आरोप लगाया कि तुमने रमेश को फांसी लगाकर लटका दिया। इसी बात को लेकर वह आए दिन हमारे साथ गाली-गलोच कर भांजगड़े (समझौता) के 5 लाख रुपए मांगता है। उनका कहना है कि 5 लाख मिलेंगे तो हम समझौता करेंगे।
रात में आकर मारपीट की
सोमवार देर रात शांतु पिता ऊंकार और इसके भाई सोहन, मोहन, टिंकू लट्ठ लेकर आए। इन्होंने धमकाया कि रमेश की मौत के 5 लाख रुपए भांजगड़े के चाहिए। उन्हें समझाया कि मेरे अलावा तुम और जिस शांतु पर आरोप लगा रहे हो वह परिवार के साथ बाहर गया है। मैं अकेला इतने रुपए कैसे दे सकता हूं। बाद में बातचीत कर निपटारा कर लेंगे। विवाद करने से मना किया।
पीड़ित सुनाई आपबीती शांतु ने बताया कि चारों भाइयों ने पैसे मांगें। जब सोहन ने लाठी से मारा तो मैंने उसे पकड़ लिया। मैं भागकर कपास के खेत में छिप गया। उन्होंने मेरे घर पर पत्थर फेंके और छत की सीमेंट की चादरें तोड़ दीं। रास्ते में गोलू (शांतु का बेटा) और उसका भाई कमलसिंह मुझे पकड़कर लाठी-डंडों से पीटने लगे।
मेरे जीजा दिनेश मुनिया, साला गोरीशंकर और मेरी पत्नी कांताबाई आकर मुझे बचाने आए। गोलू और कमलसिंह ने धमकी दी कि जब तक 5 लाख रुपया नहीं मिलते, हम तुम्हें गांव में नहीं रहने देंगे और अगर लौटे तो जान से मार देंगे।
ससुराल में रह रहा है फरियादी
फरियादी रितु खराड़ी ने बताया कि डर के कारण वह इस समय अपने ससुराल कांगसी में रह रहा है। उसके परिवार में मां सुखीबाई, पिता भेरू, पत्नी कांता, बहन पूजा और तीन बेटे — करण (20), विष्णु (18) और संजय (10) हैं। उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बाजना थाना प्रभारी रणजीत मकवाना ने बताया कि जब रमेश का शव मिला था, तब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात साफ हुई थी कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। उस समय मर्ग कायम किया गया था। अब मारपीट करने और 5 लाख रुपये का दबाव डालने वाले आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
क्या है भांजगड़ा प्रथा
इस प्रथा में विवाद सुलझाने के लिए एक निश्चित राशि तय की जाती है। यह राशि एक पक्ष को दूसरे पक्ष को देनी होती है, जिसके बाद विवाद खत्म माना जाता है। इस प्रथा का उपयोग हत्या, बलात्कार, प्रेम विवाह और दुर्घटना जैसे गंभीर मामलों में भी किया जाता है, जहां पुलिस तक पहुंचने के बजाय पैसों के लेन-देन से मामला रफा-दफा कर दिया जाता है।