नई दिल्ली. पर्थ में बल्लेबाज़ी के लिए हालात आसान नहीं थे, और रोहित शर्मा तथा विराट कोहली दोनों ही अपनी पारी को बड़ी नहीं बना सके. शुभमन गिल भी जल्दी आउट हो गए और भारत का टॉप ऑर्डर बिखर गया. यह पर्थ के लिए कोई नई बात नहीं है वहाँ की पिच पर उछाल बहुत ज़्यादा होता है, और बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं होता ऐसा भी नहीं है कि रोहित बहुत ख़राब खेले उन्होंने ठीक-ठाक शुरुआत की जबकि कोहली ज़रूर थोड़े जंग लगे से लगे.
रंग में रोहित पर विराट?
रोहित को जो गेंद मिली, वह किसी को भी आउट कर सकती थी और यह कहने का मतलब यह नहीं है कि किसी का बचाव किया जा रहा है असल बात यह है कि अब यह सुनकर थक चुके हैं कि ऐसा कहना ‘पीआर’ हो जाता है.दोनों को मैच टाइम की ज़रूरत है फिलहाल दोनों को क्रीज पर समय बिताने की ज़रूरत है. रोहित ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तुलना में बेहतर खेल दिखाया जैसे-जैसे वे ज़्यादा समय क्रीज़ पर बिताएंगे, उन्हें लय मिल जाएगी. एडिलेड के प्रैक्टिस सेशन में इसके संकेत भी मिल रहे थे.
दिग्गजों पर दबाव मत बनाओ
अब तर्क के लिए मान भी लें कि दोनों ऑस्ट्रेलिया में सभी मैचों में फेल हो जाते हैं तो क्या इसका मतलब यह है कि उन्हें बाहर कर दिया जाए क्या इतना ही काफी है उन्हें ख़ारिज करने के लिए, सूर्यकुमार यादव एशिया कप में नाकाम रहे क्या उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, भारतीय क्रिकेट फैंडम की यही जहरीली सोच है रोहित और कोहली को टीम से निकालने की बात करने से पहले, उन्हें लगातार कुछ मैचों का मौका मिलना चाहिए मान लीजिए, जनवरी में न्यूजीलैंड सीरीज़ तक, कम से कम 9 मैचों तक. अगर उसके बाद भी वे प्रदर्शन नहीं करते, तब भविष्य के बारे में सोचना ठीक होगा। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में एक मैच, और वो भी पर्थ में, कभी भी किसी खिलाड़ी का मूल्यांकन करने का आधार नहीं हो सकता.
धुरंधर खिलाड़ियों पर धैर्य रखें
अगर यशस्वी जायसवाल ने पर्थ में खेला होता और फेल हो जाते, तो लोग कहते कि देखो, रोहित और कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी की ज़रूरत थी अब जबकि रोहित और कोहली फेल हो गए, लोग कह रहे हैं कि जायसवाल और तिलक वर्मा चाहिए. हमारे यहाँ या तो कोई “भगवान” होता है या “बेकार” हमारे लिए या तो कोई महान है या खत्म हो चुका है. फैंस की यही अतिवादी सोच सबसे बड़ी समस्या है हमें इससे बचना होगा. जैसे बाकी खिलाड़ियों को समय लगता है, वैसे ही इन्हें भी दोबारा लय में लौटने के लिए समय चाहिए. टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता उन्हें यह समय ज़रूर देंगे. एक फैन के तौर पर, इतना तो आप कर ही सकते हैं थोड़ा धैर्य रखें.