(अमित जायसवाल), खंडवा
145 किमी हाइवे 6 महीने में होगा समर्पित
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से निमाड़ की कनेक्टिविटी आने वाले 6 महीनों में पूरी तरह बदलने वाली है. अप्रैल 2026 तक इंदौर-मुक्ताईनगर नेशनल हाईवे के 216 किलोमीटर लंबे हिस्से में से निमाड़ के बलवाड़ा से शाहपुर तक का 145 किलोमीटर का हिस्सा जनता को समर्पित कर दिया जाएगा.
इस नए हाइवे से खंडवा और इंदौर की दूरी तो महज 5 किलोमीटर ही घटेगी, लेकिन सफर का समय आधा हो जाएगा. वर्तमान में खंडवा से इंदौर जाने में 4 से 5 घंटे लग जाते हैं, जो इस हाइवे के शुरू होने के बाद घटकर महज 2 घंटे रह जाएगा. इसी तरह, बुरहानपुर से इंदौर का 6 घंटे का सफर सिर्फ तीन घंटे में पूरा हो सकेगा.
अधिकारियों के मुताबिक, इंदौर के तेजाजी नगर से बलवाड़ा और बलवाड़ा से धनगांव तक 73 किलोमीटर के हिस्से में काम तेजी से चल रहा है. वहीं, धनगांव से बोरगांव बुजुर्ग के बीच 58 किलोमीटर का हाईवे चालू भी हो चुका है. बोरगांव बुजुर्ग से शाहपुर (47 किमी) और शाहपुर से मुक्ताईनगर (30 किमी) का निर्माण भी प्रगति पर है. तेजाजी नगर से बलवाड़ा के बीच 35 किलोमीटर के हिस्से में तीन सुरंगों का निर्माण भी अंतिम चरण में है.
हैदराबाद-वडोदरा और नागपुर से सीधी कनेक्टिविटी
NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) खंडवा को एक बड़े इकोनॉमिक कॉरिडोर के रूप में विकसित कर रहा है. इसमें खंडवा का देशगांव नेशनल हाईवे के एक प्रमुख जंक्शन के रूप में उभरेगा. यहां से हैदराबाद नेशनल हाईवे का सीधा रूट बन रहा है. इसके साथ ही, खंडवा वाया बैतूल-नागपुर नेशनल हाईवे का काम भी जारी है.
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आशुतोष सोनी बताते हैं कि देशगांव से वाया खरगोन, जुलवानिया के रास्ते वडोदरा तक (देशगांव से जुलवानिया 108 किमी) और देशगांव से बैतूल के बीच (हिवरखेड़ी-रोशनी और आशापुर-रुधि के बीच 125 किमी) हिस्से के निर्माण को भी मंजूरी मिल चुकी है.
रियल एस्टेट में आएगा बूम
इस बेहतर रोड कनेक्टिविटी को लेकर कई उम्मीदें जताई जा रही हैं. हाईवे के किनारे नए व्यापारिक केंद्र विकसित हो रहे हैं और जमीनों के भाव भी कई गुना तक बढ़ गए हैं. युवा उद्यमी शुभम जैन का कहना है कि इंदौर से बेहतर कनेक्टिविटी का बड़ा फायदा मिलने वाला है, खासकर रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ा बूम देखने को मिलेगा. इस हाइवे नेटवर्क से आम आदमी, किसान, व्यापारी से लेकर छात्रों तक के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे. इसका सीधा फायदा खंडवा सहित निमाड़ के खरगोन, बड़वानी और बुरहानपुर को मिलेगा.