साध्वी बनने घर से भागी छात्रा, बाल कल्याण समिति ने परिजन को सौंपा – Khandwa News

साध्वी बनने घर से भागी छात्रा, बाल कल्याण समिति ने परिजन को सौंपा – Khandwa News


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साध्वी बनने के लिए घर से भागी नाबालिग छात्रा को बाल कल्याण समिति ने बुधवार को उसके परिवार से मिलाया। तेलंगाना की नाबालिग नर्सिंग छात्रा, जो अध्यात्म और शांति की खोज में गहराई से जुड़ी थी, सोशल मीडिया पर साध्वियों और धार्मिक प्रवचनों से इतनी प्रभावित हुई कि उसने संसारिक जीवन त्यागने का निर्णय ले लिया।

19 अक्टूबर की सुबह उसने घर पर एक भावनात्मक पत्र छोड़ा- “मैं अब साध्वी बनकर प्रभु को अपना जीवन समर्पित करना चाहती हूं, कृपया मुझे खोजने की कोशिश न करें।” घर से निकलने से पहले उसने अपने शहर के शिव मंदिर में भगवान शिव से प्रतीकात्मक विवाह किया, माला और मंगलसूत्र चढ़ाकर भोलेनाथ को अपना जीवनसाथी माना।

इसके बाद वह साध्वी जैसी वेशभूषा में काशी जाने के उद्देश्य से हैदराबाद जयपुर एक्सप्रेस में सवार हो गई। ट्रेन में यात्रियों और आरपीएफ कर्मियों ने जब उसे साध्वी रूप में अकेले यात्रा करते देखा तो उन्होंने पूछताछ की। आरपीएफ ने उसे बाल कल्याण समिति खंडवा के समक्ष पेश किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट समकक्ष खंडपीठ, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रवीण शर्मा सहित समिति ने इस मामले को अत्यंत संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण से संभाला। समिति सदस्यों मोहन मालवीय, रुचि पाटिल, कविता पटेल और स्वप्निल जैन की उपस्थिति में बालिका की गहन काउंसलिंग कर समझाइश दी।



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