हरा पेड़ सेहत के लिए वरदान, सूख गया तब लकड़ी बना देगी मालामाल! आयुर्वेद में मौलश्री औषधि का खजाना

हरा पेड़ सेहत के लिए वरदान, सूख गया तब लकड़ी बना देगी मालामाल! आयुर्वेद में मौलश्री औषधि का खजाना


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Moulsari Tree Benefits: मौलश्री का पेड़ न केवल हमारे घर की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि यह सेहत, शांति और आर्थिक लाभ भी देता है. इसकी एक-एक पत्ती, जड़ और फूल औषधि का काम करते हैं. अगर आप अपने घर या खेत में कोई ऐसा पौधा लगाना चाहते हैं जो वातावरण को स्वच्छ रखे और सेहत का भी ख्याल रखे, तो मौलश्री सबसे उत्तम विकल्प है.

Khandwa News: भारत की आयुर्वेदिक परंपरा में एक ऐसा पेड़ है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं. इसका नाम मौलश्री है. यह पेड़ जितना सुंदर दिखता है, उतना ही औषधीय गुणों से भरपूर भी है. इसकी पत्तियां, फल, छाल और जड़ तक हर हिस्सा किसी न किसी रोग के इलाज में उपयोगी है. यही वजह है कि आयुर्वेद में इसे “औषधियों का खजाना” कहा गया है.

एमडी डॉक्टर आयुर्वेद शंकर प्रसाद वैश्य कहते हैं कि मौलश्री का वैज्ञानिक नाम Mimusops elengi है. यह सदाबहार पेड़ अपनी सुगंधित सफेद फूलों और आकर्षक हरे पत्तों के कारण घर, मंदिर और बाग-बगीचों में लगाया जाता है. अगर इसे घर में लगाया जाए तो यह न केवल वातावरण को शुद्ध रखता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचाव करता है. जानें कैसे…

मौलश्री के औषधीय फायदे

1. दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद
मौलश्री की छाल में कसैले और जीवाणुनाशक गुण पाए जाते हैं. इसके काढ़े से कुल्ला करने पर मसूड़ों की सूजन और दर्द में आराम मिलता है. पुराने समय में ग्रामीण इलाकों में लोग मौलश्री की डंडी को दातुन के रूप में इस्तेमाल करते थे, जिससे दांत मजबूत और चमकदार बने रहते हैं.

2. गले और खांसी के लिए कारगर
इसकी छाल और पत्तों का काढ़ा गले की खराश, खांसी और सर्दी-जुकाम में राहत देता है. इसे हल्का गर्म करके शहद के साथ लेने से गले में जमा बलगम निकल जाता है और सांस की तकलीफ में भी लाभ होता है.

3. त्वचा रोगों में उपयोगी
मौलश्री की छाल को सुखाकर उसका लेप लगाने से फोड़े-फुंसियों और त्वचा संक्रमण में फायदा होता है. इसके फूलों का रस चेहरे पर लगाने से झुर्रियां कम होती हैं और त्वचा में निखार आता है.

4. पेट की समस्याओं का समाधान
इस पौधे के फल पाचन शक्ति को मजबूत करते हैं. आयुर्वेद के अनुसार मौलश्री का सेवन करने से गैस, एसिडिटी और पेट दर्द जैसी दिक्कतें दूर होती हैं.

5. नींद और तनाव में राहत
मौलश्री के फूलों की खुशबू में प्राकृतिक शांतिदायक तत्व होते हैं. इसके फूलों से बने इत्र या तेल का इस्तेमाल करने से तनाव कम होता है और नींद बेहतर आती है.

कैसे लगाएं मौलश्री का पौधा
मौलश्री का पौधा उष्णकटिबंधीय जलवायु में आसानी से उगाया जा सकता है. इसे धूप वाली जगह पर लगाना चाहिए. गड्ढे में गोबर की खाद और मिट्टी मिलाकर पौधा लगाएं. पौधे को शुरुआती कुछ महीनों तक नियमित पानी देना जरूरी है. एक बार जब यह पेड़ बढ़ने लगता है, तो इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती. यह 10 से 15 मीटर तक ऊंचा हो सकता है और सालभर हरा-भरा रहता है.

Rishi mishra

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें

एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म… और पढ़ें

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हरा पेड़ सेहत के लिए वरदान, सूख गया तब लकड़ी बना देगी मालामाल! जानें नाम

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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