मोबाइल एक्सेसरीज की बढ़ती मांग
आज हर व्यक्ति के पास एक नहीं बल्कि दो-दो स्मार्टफोन हैं. हर फोन के लिए कवर, टेम्पर्ड ग्लास, चार्जर, इयरफोन, ब्लूटूथ डिवाइस, पॉवर बैंक जैसी चीजें जरूरी हो गई हैं. इन एक्सेसरीज की लाइफ ज्यादा नहीं होती, इसलिए लोग बार-बार इन्हें खरीदते रहते हैं. यही कारण है कि इस बिजनेस की रीपीट सेलिंग वैल्यू बहुत ज्यादा होती है. इसके अलावा, त्योहारों या नए फोन लॉन्च के समय बिक्री में कई गुना इजाफा देखने को मिलता है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के बावजूद लोग एक्सेसरीज ऑफलाइन दुकानों से खरीदना पसंद करते हैं ताकि वे प्रोडक्ट को देखकर और ट्राय करके ले सकें. यही बात छोटे शहरों में इस बिजनेस को तेजी से आगे बढ़ा रही है.
कैसे करें शुरुआत
अगर आपके पास 1 लाख रुपये की पूंजी है, तो आप इस बिजनेस की शुरुआत आराम से कर सकते हैं. सबसे पहले किसी 20x10 फीट की जगह किराए पर लें या अपने घर के एक हिस्से में दुकान बनाएं. शुरुआत में मोबाइल कवर, टेम्पर्ड ग्लास, चार्जर, डेटा केबल, इयरफोन जैसे फास्ट मूविंग प्रोडक्ट्स का स्टॉक रखें. आप थोक बाजार या ऑनलाइन B2B साइट्स जैसे इंडियामार्ट, ट्रेडइंडिया आदि से सामान कम दाम पर मंगा सकते हैं. एक बार ग्राहकों का विश्वास बन जाए तो आप ब्रांडेड एक्सेसरीज जैसे boAt, JBL या Samsung के उत्पाद भी जोड़ सकते हैं.
कितना मुनाफा होता है
इस बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन 30% से 70% तक रहता है. उदाहरण के तौर पर, अगर आप 500 रुपये का प्रोडक्ट बेचते हैं तो उस पर 150 से 300 रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं. शुरुआत में 1 हजार रुपये रोज की सेल होने पर 300 रुपये का लाभ बनता है, यानी महीने में करीब 9 से 10 हजार रुपये, और धीरे-धीरे बिक्री बढ़ने पर यह आंकड़ा 30 हजार से 50 हजार रुपये तक जा सकता है. खंडवा के निखिल सैनी बताते हैं कि उन्होंने साल 2010 में सिर्फ 20 हजार रुपये से यह बिजनेस शुरू किया था, और आज वह हर महीने 40-50 हजार रुपये की शुद्ध कमाई कर रहे हैं. उनका कहना है कि अब कोई भी युवा सिर्फ 1 या 2 लाख रुपये निवेश करके इस क्षेत्र में आसानी से कदम रख सकता है.
मार्केटिंग और प्रमोशन
आज के दौर में सोशल मीडिया सबसे बड़ी मार्केटिंग का जरिया है. अपने दुकान का इंस्टाग्राम पेज, फेसबुक पेज बनाकर नए प्रोडक्ट्स की जानकारी शेयर करें. छोटे ऑफर या डिस्काउंट देकर ग्राहक बढ़ाएं. स्थानीय मोबाइल रिपेयर शॉप या स्मार्टफोन स्टोर के साथ टाई-अप कर सकते हैं. व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए भी ऑर्डर लिए जा सकते हैं.
भविष्य की संभावनाएं
निखिल सैन बताते है कि मोबाइल एक्सेसरीज इंडस्ट्री आने वाले वर्षों में 10 से 12 प्रतिशत सालाना ग्रोथ रेट से बढ़ने का अनुमान है. भारत में 5जी नेटवर्क का विस्तार, ऑनलाइन गेमिंग, कंटेंट क्रिएशन और वीडियो स्ट्रीमिंग जैसी गतिविधियों ने मोबाइल यूज को कई गुना बढ़ा दिया है. इसका सीधा फायदा इस बिजनेस को मिलेगा.