इंदौर में फर्जी मेट्रिमोनियल कॉल सेंटर का खुलासा: हरियाणा पुलिस की दबिश में चार गिरफ्तार; 90 मोबाइल, 5 लैपटॉप और नकदी जब्त की – Indore News

इंदौर में फर्जी मेट्रिमोनियल कॉल सेंटर का खुलासा:  हरियाणा पुलिस की दबिश में चार गिरफ्तार; 90 मोबाइल, 5 लैपटॉप और नकदी जब्त की – Indore News



हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

इंदौर के एयरपोर्ट रोड इलाके में शुक्रवार देर शाम हरियाणा पुलिस ने दबिश देकर एक फर्जी मेट्रिमोनियल कॉल सेंटर का खुलासा किया। यह कॉल सेंटर “Bharat Wedding & Community Matrimonial” के नाम से चलाया जा रहा था, जिसके जरिए हरियाणा के एक युवक से लाखों रुपए क

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जींद सायबर पुलिस की सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने मौके से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 90 मोबाइल, 5 लैपटॉप और 1 लाख 40 हजार रुपए नकद जब्त किए।

हरियाणा पुलिस ने इंदौर में दी दबिश

डीसीपी कृष्णलाल चंदानी ने बताया कि हरियाणा के जींद जिले की सायबर पुलिस टीम शुक्रवार को इंदौर पहुंची थी। जींद के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ मेट्रिमोनियल साइट के जरिये लाखों की ठगी हुई है। जांच में कॉल लोकेशन इंदौर के कॉलोनी नगर स्थित आरती अपार्टमेंट फ्लैट नंबर 302 की मिली। इसी आधार पर टीम ने देर शाम दबिश दी।

चार आरोपी पकड़े गए

मौके से पुलिस ने रितु पिता हरीशचंद्र नामदेव, प्रमीला रोकड़े पत्नी सूरज धार्मिक, प्रिया पत्नी छत्रपति रोकड़े और सूरज पुत्र भगवानदास धार्मिक को हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में सभी ने ठगी की बात स्वीकार की है। आरोपियों को एरोड्रम पुलिस की मदद से जींद सायबर टीम ने अपने साथ लेकर हरियाणा रवाना किया है, जहां उनसे अन्य वारदातों को लेकर पूछताछ की जाएगी।

90 मोबाइल, 5 लैपटॉप और नकदी जब्त

एरोड्रम पुलिस के मुताबिक कॉल सेंटर से करीब 90 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप और 1.40 लाख रुपए नकद जब्त किए गए हैं। जांच में पाया गया कि ठगी के लिए फर्जी सिम कार्डों का उपयोग किया जा रहा था।

फर्जी नाम और प्रोफाइल से करते थे ठगी

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी महिलाएं फर्जी पहचान बनाकर खुद को उच्च शिक्षित और संपन्न परिवार से बताती थीं। वे पीड़ितों से शादी के नाम पर संपर्क करतीं, फिर भरोसा जीतकर पैसे ट्रांसफर करवाती थीं। कॉल सेंटर पर तैयार की गई एडिटेड फोटो और झूठी प्रोफाइल का इस्तेमाल कर लोगों को जाल में फंसाया जाता था।

जींद सायबर पुलिस अब आरोपियों से यह पता लगा रही है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों से ठगी की और किस-किस राज्य में नेटवर्क फैला रखा था। इंदौर पुलिस भी स्थानीय स्तर पर कॉल सेंटर के संचालन और उसकी फंडिंग की जांच कर रही है।



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