ग्वालियर-चंबल संभाग में नल जल योजनाओं को लेकर सरकार सक्रिय हो गई है। प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी एकल नल जल योजनाओं का कार्य दिसंबर माह तक हर हाल में पूरा किया जाए।
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ग्वालियर में शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव ने बताया कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है। बैठक में संभागीय आयुक्त मनोज खत्री, चंबल संभाग आयुक्त सुरेश कुमार, प्रमुख अभियंता एस.के. अंधवान सहित सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित रहे।
लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी
बैठक के उपरांत मीडिया से चर्चा करते हुए पी. नरहरि ने कहा कि ग्वालियर और चंबल संभाग में अधूरी पड़ी नल जल योजनाओं को 25 दिसंबर तक पूरा किया जाए। लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने योजनाओं के निर्माण, हस्तांतरण और रखरखाव में तेजी लाने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने यह भी बताया कि प्रदेश स्तर पर नल जल योजनाओं के संधारण के लिए जल्द ही एक नई नीति लागू होगी, जिसके तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ग्रामीण विकास विभाग मिलकर रखरखाव का काम करेंगे।
संभागीय बैठक के बाद अब संभाग में सभी योजनाओं को समय सीमा में पूरा करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिन क्षेत्रों में प्रगति धीमी है, वहां कार्य में तेजी लाई जाएगी। प्रमुख सचिव के निर्देशानुसार, अब कार्यों की प्रतिदिन निगरानी भी की जाएगी, जिससे दिसंबर माह तक ‘हर घर नल जल’ योजना को पूरा करने की तैयारियां तेज हो गई हैं। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का प्रत्येक ग्रामीण परिवार दिसंबर 2025 तक स्वच्छ पेयजल से जुड़ जाए।