धार जिला प्रशासन ने नागरिकों और सरकारी अधिकारियों को साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी डही के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम से भेजे गए एक संदिग्ध वॉट्सऐप संदेश के बाद दी गई है।
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यह मामला तब सामने आया जब बीएमओ को एक अज्ञात मोबाइल नंबर (+84916423486) से वॉट्सऐप संदेश प्राप्त हुआ। इस नंबर की डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की तस्वीर लगी थी। संदेश की भाषा और प्रोफाइल देखकर बीएमओ को संदेह हुआ कि कोई व्यक्ति कलेक्टर बनकर धोखाधड़ी का प्रयास कर रहा है।
बीएमओ ने तुरंत इस घटना की सूचना कुक्षी एसडीएम विशाल धाकड़ को दी। जानकारी मिलने के बाद एसडीएम धाकड़ ने उस नंबर की जांच की। जांच में पता चला कि यह मोबाइल नंबर भारत के किसी भी ऑपरेटर का नहीं था, बल्कि एक विदेशी नेटवर्क से संचालित हो रहा था।
एसडीएम धाकड़ ने तत्काल बीएमओ को वह नंबर ब्लॉक करने का निर्देश दिया और अन्य अधिकारियों को भी ऐसे प्रयासों से सतर्क रहने की सलाह दी। इसके साथ ही, उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें और अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें।
जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और साइबर सुरक्षा संबंधी एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन ने कहा है कि ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि साइबर अपराधी अब सरकारी अधिकारियों और आम लोगों दोनों को निशाना बना रहे हैं। इसलिए, किसी भी अज्ञात नंबर या सोशल मीडिया प्रोफाइल की पहचान सत्यापित किए बिना उस पर भरोसा न करें।
प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिले में साइबर जागरूकता अभियान को और प्रभावी ढंग से संचालित करने की बात कही है।