बालाघाट में 1 नवंबर से हेलमेट अनिवार्य: मोबाइल खरीदी पर हेलमेट फ्री, पेट्रोल पंप पर ‘नो हेलमेट-नो पेट्रोल’ नियम लागू होगा – Balaghat (Madhya Pradesh) News

बालाघाट में 1 नवंबर से हेलमेट अनिवार्य:  मोबाइल खरीदी पर हेलमेट फ्री, पेट्रोल पंप पर ‘नो हेलमेट-नो पेट्रोल’ नियम लागू होगा – Balaghat (Madhya Pradesh) News


बालाघाट में 1 नवंबर से दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य हो जाएगा। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कल से ‘नो हेलमेट-नो राइड ऑन द रोड’ नियम लागू होगा। पिछले 10 दिनों से पुलिस दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित कर रही है।

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इस मुहिम का असर दिख रहा है, जहां कई लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग शहर में हेलमेट की अनिवार्यता का विरोध भी कर रहे हैं।

मोबाइल की खरीद पर मुफ्त हेलमेट मिल रहा

एक मोबाइल दुकानदार सुमित मंगलानी ने मोबाइल की खरीद पर मुफ्त हेलमेट देना शुरू कर दिया है। 1 नवंबर से हेलमेट की अनिवार्यता के चलते दुकानों में हेलमेट की बिक्री बढ़ गई है। कुछ लोगों ने तो हेलमेट का बड़ा स्टॉक लाकर सड़क किनारे दुकानें लगाकर बेचना शुरू कर दिया है।

पेट्रोल पंप संचालकों ने भी नोटिस लगाए

हेलमेट की अनिवार्यता को लेकर पेट्रोल पंप संचालकों ने भी नोटिस चस्पा कर दिया है कि 1 नवंबर से बिना हेलमेट वाले दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट अनिवार्य है, लेकिन बिना आईएसआई मार्क वाले हेलमेट पहनने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

इसलिए यह आवश्यक है कि लोग आईएसआई मार्क वाले हेलमेट ही खरीदें, ताकि वे सुरक्षित रहें और स्वास्थ्य समस्याओं से भी बच सकें।

हेलमेट नहीं लगाने से लोगों की हादसों में मौत हो रही

एसपी आदित्य मिश्रा ने सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि बिना हेलमेट के कारण जान गंवाने वाले लोगों की कोई भरपाई नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में पूरे देश में दोपहिया वाहनों से हुए हादसों में 7428 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 82 प्रतिशत यानी 6541 लोग ऐसे थे जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना था।

जिले की बात करें तो बीते छह महीनों में 127 युवकों को सड़क हादसों में खो दिया गया है। इनमें से 98 प्रतिशत वे वाहन चालक थे जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाया था। एसपी ने यह भी बताया कि सांख्यिकीय आंकड़े दर्शाते हैं कि सबसे ज्यादा सड़क हादसों में मौतें शहर के भीतर हुई हैं, जो पूरे मध्यप्रदेश में 55 प्रतिशत है।

उन्होंने बताया कि 1 नवंबर से हम सभी मिलकर नो हेलमेट-नो राईड ऑन द रोड की सोच के साथ शत प्रतिशत हेलमेट पहनकर प्रदेश में बालाघाट को एक नई पहचान दे।



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