छिंदवाड़ा: कोहरे से ढंकी पातालकोट की वादियों में जब नीदरलैंड से आए 12 पर्यटक पहुंचे, तो छिंदवाड़ा की मिट्टी, यहां का आतिथ्य और देसी स्वाद ने उनका दिल जीत लिया।इन विदेशी मेहमानों ने न सिर्फ तामिया के बाजार में जमकर खरीदारी की, बल्कि समा की खीर और चावल
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धूसावानी होम स्टे में गुजारी रात
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विकसित पर्यटन ग्राम धूसावानी में पर्यटकों का स्वागत बड़े ही पारंपरिक अंदाज में किया गया।ग्रामीणों ने हल्की बारिश के बीच तिलक लगाकर और देसी फूलों के गुलदस्तों से अभिनंदन किया। इस आत्मीय स्वागत से मेहमान अभिभूत दिखे।
रात में उन्होंने ग्रामीण जीवन को करीब से जाना—लोगों की दिनचर्या, परंपराएं और आतिथ्य ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया।विदाई के वक्त पर्यटकों ने कहा कि “धूसावानी गांव बेहद सुंदर है और यहां के लोग बहुत सच्चे और मेहमाननवाज हैं।”
‘समा की खीर’ ने जीता दिल
रात्रि भोजन में मक्के की रोटी, टमाटर की चटनी, कुटकी के चावल और देसी पापड़ के साथ परोसी गई समा की खीर मुख्य आकर्षण रही।होम स्टे संचालकों ने बताया कि पर्यटकों को यह खीर इतनी पसंद आई कि उनकी मांग पर दोबारा बनाकर परोसी गई। फॉरेन गेस्ट्स ने कहा कि यह डिश उनकी यात्रा की सबसे स्वादिष्ट याद रहेगी।
कोहरे और पहाड़ों ने किया मंत्रमुग्ध
सुबह-सुबह तामिया पहुंचे पर्यटक स्थानीय बाजार में घूमे और हस्तनिर्मित सामान खरीदे। दोपहर में जब वे पातालकोट के रातेड़ पहुंचे तो घने कोहरे ने उनका स्वागत किया।पर्यटक इस रोमांचक नज़ारे में सेल्फी और वीडियोज़ लेते नजर आए।
प्रशासन के प्रयास से बढ़ा पर्यटन
कलेक्टर हरेंद्र नारायण और जिला पंचायत सीईओ अग्रिम कुमार के मार्गदर्शन में छिंदवाड़ा अब राज्य के उभरते पर्यटन स्थलों में गिना जा रहा है।नीदरलैंड दल के आगमन से पहले एमपी टूरिज्म बोर्ड के प्रोजेक्ट मैनेजर आर.डी. सिद्दीकी ने स्थानीय समुदाय के साथ बैठक कर तैयारियां सुनिश्चित की थीं।