Last Updated:
Abhishek Sharma Fifty: अभिषेक शर्मा की यह पारी केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि संकेत है कि भारतीय टीम को एक नया मैच-विनर मिल गया है. ऑस्ट्रेलिया में इस प्रदर्शन ने उन्हें बड़े मंचों के लिए तैयार खिलाड़ी साबित किया. अगर यह लय बरकरार रही, तो वह टीम इंडिया के स्थायी ओपनर बन सकते हैं. रोहित-विराट भी ऑस्ट्रेलिया में इतना तेज टी20 अर्धशतक नहीं बना पाए हैं.
टीम इंडिया के शुरुआती विकेट जल्दी गिरने के बावजूद अभिषेक शर्मा ने धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण दिखाया. जहां बाकी बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझ रहे थे, वहीं उन्होंने बाउंड्री ढूंढने की कला से स्कोरबोर्ड चलाया. उनकी पारी में आत्मविश्वास और परिपक्वता साफ झलक रही थी.

अभिषेक शर्मा की पहचान तेजतर्रार बल्लेबाजी है. वे सामान्यतः 200 के करीब स्ट्राइकरेट से रन बनाते हैं और इस पारी में भी उन्होंने उसी अंदाज को दोहराया. उनके हर शॉट में आत्मविश्वास था। अभिषेक ने कट, पुल और कवर्स ड्राइव ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को बेबस कर दिया. उन्होंने रनों की बारिश करते हुए स्टेडियम में जोश भर दिया.

एशिया कप 2025 में भी अभिषेक शर्मा ने टीम के लिए कई अहम पारियां खेली थीं. बैक टू बैक तीन फिफ्टी लगाकर वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे. उन्होंने नई गेंद पर शॉट सेलेक्शन सुधारा और स्पिनरों के खिलाफ आत्मविश्वास से रन बनाए. वहीं ऑस्ट्रेलिया में इस पारी ने साबित कर दिया कि वह अब सिर्फ प्रतिभाशाली नहीं, बल्कि भरोसेमंद ओपनर बन चुके हैं.

मेलबर्न में जब भारत के 5 विकेट 90 से पहले गिर गए, तब अभिषेक शर्मा अकेले मोर्चा संभाले रहे. उन्होंने स्ट्राइक रोटेट की, बड़े शॉट खेले और दबाव में संयम बनाए रखा. उनकी पारी ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और यह दिखाया कि वो दबाव में भी टिकने वाले बल्लेबाज हैं.

अभिषेक शर्मा में आधुनिक टी20 ओपनर की सभी खूबियां हैं. पावर, टाइमिंग और इरादा. उनकी बल्लेबाजी में विराट कोहली जैसी दृढ़ता और सूर्यकुमार यादव जैसी निडरता झलकती है. वह हर फॉर्मेट में भारत के अगले ‘डायनामिक’ बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहे हैं.