कटनी जिला अस्पताल की प्रयोगशाला में मरीजों की शुगर जांच के लिए एक्सपायर हो चुकी टेस्ट स्ट्रिप का इस्तेमाल किए जाने का मामला शनिवार को सामने आया है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
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जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में रूटीन जांच के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ी गई। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि जिस किट का उपयोग किया जा रहा था, उसकी उपयोगिता डेट सितंबर में समाप्त हो चुकी थी।
एक्सपायर किट से की गई जांच के परिणाम गलत हो सकते हैं, जिससे मरीजों के इलाज पर सीधा असर पड़ेगा।
पैथोलॉजी इंचार्ज बोला- ट्रेनिंग कर रही छात्राओं से हुई गलती
आरोप है कि पैथोलॉजी इंचार्ज ने पहले इस मामले को दबाने का प्रयास किया। हालांकि, जब एक्सपायरी किट का वीडियो सामने आया तो इंचार्ज ने अपनी गलती स्वीकार करने के बजाय इसका ठीकरा ट्रेनिंग कर रही छात्राओं पर फोड़ दिया।
इंचार्ज ने सफाई देते हुए कहा कि छात्राएं सीखने आई हैं और उन्हें किट की एक्सपायरी डेट की जानकारी नहीं होगी, इसलिए गलती से उन्होंने एक्सपायरी किट उठा ली होगी।
यह तर्क स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों का उल्लंघन करता है, जिसके तहत एक्सपायर हो चुकी सामग्री को तुरंत नष्ट करने का स्पष्ट नियम है।
मामले में सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्वीकार किया कि मामला गंभीर है और इसकी जांच कराई जाएगी।
