नरसिंहपुर: घना जंगल, रात का सन्नाटा और हल्की रोशनी में झांकते दो इंसानी पांव… ये नज़ारा देखकर पुलिस वाले भी कांप उठे. किसी को यकीन नहीं हुआ कि पत्थरों के नीचे दबा यह शव उसी सृजन साहू का है, जो पिछले चार दिनों से लापता था.
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के रहने वाले 35 साल के सृजन साहू 25 अक्टूबर को घर से निकले थे. उन्होंने परिवार से कहा था कि उन्हें कुछ जरूरी काम से बाहर जाना है. लेकिन उसके बाद न वो लौटे, न उनका मोबाइल चालू हुआ. अगले दिन परिवार ने मंगवानी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने मोबाइल की लास्ट लोकेशन निकाली तो पता चला कि सिग्नल शहर से बाहर हाईवे नंबर 44 के पास एक रेस्टोरेंट के पास था. यहीं से पुलिस की जांच एक मर्डर मिस्ट्री में बदल गई.
जंगल में मिली लोकेशन
रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज में सृजन दो लोगों के साथ दिखे एक लड़की और एक लड़का. दोनों ने अपने चेहरे कपड़े से ढक रखे थे. जांच में पता चला कि तीनों एक मारुति कार से वहां आए थे. कुछ घंटों की पड़ताल के बाद पुलिस ने सीसीटीवी में दिख रही लड़की की पहचान कर ली, वो थी- निधि साहू, सृजन की चचेरी साली. उसके साथ जो युवक था, उसका नाम साहिल निकला. फोन की लोकेशन से पता चला कि तीनों की आखिरी लोकेशन शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर मंगवानी के जंगलों में मिली थी. यहीं सृजन का मोबाइल बंद हो गया था.
अब पुलिस को शक पक्का हो गया कि यह कोई आम गुमशुदगी नहीं, बल्कि हत्या का मामला है. निधि और साहिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. पहले दोनों टालमटोल करते रहे, पर सख्ती के बाद सच सामने आ गया. उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने सृजन की हत्या की है और शव को जंगल में पत्थरों के नीचे छिपाया है.
दोनों ठिकाने की सही जगह बताने में पुलिस को घुमा रहे थे. तब पुलिस ने डॉग स्क्वाड, ड्रोन और फोर्स के साथ जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया. घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस को वही जगह मिल गई. जहां पत्थरों के नीचे से दो पांव बाहर निकले हुए थे. यह दृश्य ही सब कुछ बता गया. जब निधि से वजह पूछी गई, तो उसने जो बताया, उसने पूरे केस को उधार की सुपारी का नाम दे दिया.
जीजा का था साली से संबंध
दरअसल, सृजन और निधि के बीच शादी से पहले प्रेम संबंध थे. लेकिन सृजन ने परिवार के दबाव में निधि की चचेरी बहन से शादी कर ली. निधि की भी शादी कहीं और हो गई. इसके बाद भी सृजन उसे ब्लैकमेल करता रहा. सृजन के पास निधि की कुछ निजी तस्वीरें थीं, जिनसे वह उसे धमकाता था कि अगर उसने बात न मानी, तो तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल देगा. अपमान और डर के बीच निधि ने हत्या की साजिश रच डाली. उसने अपने परिचित साहिल और एक नाबालिग लड़के को इस काम के लिए 50 हजार रुपए की सुपारी दी. पैसे जुटाने के लिए उसने अपने कान के टॉप्स गिरवी रखे और दो चाकू खरीदे.
पूरे मोहब्बत कहानी
25 अक्टूबर की शाम निधि ने सृजन को मिलने बुलाया. तीनों ने उसे कार में बैठाया और जंगल की ओर ले गए. बहाना बनाया कि रास्ते में किसी को उठाना है. जैसे ही कार जंगल के अंदर पहुंची, निधि ने सृजन के गले पर चाकू से वार कर दिया. साहिल और नाबालिग ने भी वार किए. कुछ ही मिनटों में सृजन की मौत हो गई. तीनों ने शव को पत्थरों के नीचे छिपा दिया और वहां से भाग निकले. लेकिन किस्मत ने साजिश का राज खोल दिया क्योंकि पत्थरों के नीचे से सृजन के दोनों पांव बाहर रह गए थे और वही पांव चार दिन बाद पुलिस को उस कब्र तक ले आए, जहां दफ्न थी एक खौफनाक मोहब्बत और बेरहम बदला की कहानी.