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Chhatarpur News: कुछ महीने पहले की बात है, मंदिर में एक अनुरागी समाज के दूल्हे की बधाई पूजी जा रही थी कि तभी एक शख्स को मधुमक्खी काट लेती है. वहां न कोई शोर-शराबा हो रहा था लेकिन इसके बावजूद मधुमक्खी ने उसे काट लिया था. बाद में मालूम चला कि उसने शराब पी हुई थी.
छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक ऐसा भी देवी का चमत्कारी स्थान है, जहां पर कोई भी ऐसा व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता है, जिसने मांस-मदिरा का सेवन किया हो और मन में अहंकार लिया हो. ऐसे व्यक्तियों को माता सजा देती हैं. दरअसल यह मंदिर पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित है, जहां शहद वाली मधुमक्खियां के बड़े-बड़े छत्ते लगे हुए हैं. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई पापी यहां आता है, तो माता उसे इन मक्खियों से कटवा देती हैं. यह माता 7 बहनों के नाम से प्रसिद्ध हैं. माता का आशीर्वाद लेने मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु शहर से वो लोग आज भी यहां आते हैं, जिनके वंशज माता के खेरे में रहते थे.
मंदिर के पुजारी रामफल शुक्ला लोकल 18 को बताते हैं कि पहाड़ के ऊपर 7 बहनों का स्थान है. गांव में जितने भी शुभ कार्य होते हैं, तो सबसे पहले यहां का आशीर्वाद ही लिया जाता है. दशहरे में पान चढ़ाना हो या दीवाली में दीये रखने हों, इसके अलावा जितने भी शादी कार्यक्रम होते हैं, तो ऐसे शुभ कार्यों के लिए सबसे पहले यहीं आशीर्वाद लेना होता है. अगर कोई गांव से संबंध रखता है और उसके घर में शादी जैसा कोई शुभ कार्य होता है, तो उसे यहां आना ही पड़ता है, भले ही वह मुंबई में रहे या बेंगलुरु में, आना ही पड़ता है.
ऐसे मिलता है दंड
वह आगे बताते हैं कि 7 बहनों का जो स्थान है, यह बहुत ही प्राचीन है. हम माता के इस स्थान के बारे में पीढ़ियों से सुनते आए हैं. पहाड़ की ऊंचाई पर 7 बहनें विराजमान हैं. यहां शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि में भारी भीड़ रहती है. इसके अलावा यहां बधाई और गांव के भांजों के दिनवारा होते हैं, तो माता का आशीर्वाद लेने जाना होता है लेकिन इस दौरान कोई पापी आदमी यहां चला जाता है, तो माता उसे दंड देती हैं. यहां शहद वाली बड़ी-बड़ी मक्खियों के छत्ते लगे हैं. इन्हीं मक्खियों से कटवाकर ऐसे पापियों को दंड मिलता है.
क्षमा कर देती हैं माता
उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले की बात है, एक अनुरागी समाज के दूल्हे की बधाई पूजी जा रही थी कि तभी एक व्यक्ति को मधुमक्खी काट लेती है. वहां न कोई शोर-शराबा हो रहा था लेकिन इसके बाद भी मधुमक्खी ने काट लिया. बाद में पता चला कि उसने शराब पी हुई थी. हमने देखा है कि यहां शोर-शराबा भी होता है, फिर भी मधुमक्खी डिस्टर्ब नहीं होती हैं लेकिन यदि कोई मांस-मदिरा का सेवन करके और मन में घमंड लेकर जाता है, तो उसे मधुमक्खी निश्चित ही काटती हैं. हालांकि ऐसा व्यक्ति जिसे किसी ने यहां के बारे में बताया नहीं और वह गलती से चला गया, तो माता उसे क्षमा कर देती हैं.
संतान की मन्नत होती है पूरी
उन्होंने आगे बताया कि अगर कोई शादीशुदा जोड़ा यहां आकर संतान की मन्नत मांगता है, तो उसकी कामना जरूर पूरी होती है. यहां माता व्यक्तियों को दंड ही नहीं बल्कि संतान का आशीर्वाद भी देती हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.