Pandit Dhirendra Shastri Delhi to Vrindavan Yatra: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आगामी 7 नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक लगभग 150 किलोमीटर लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा निकालने जा रहे हैं. इस यात्रा की विस्तृत जानकारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो के माध्यम से दी है.
दिल्ली से वृंदावन यात्रा का पूरा शेड्यूल
धीरेन्द्र शास्त्री की ये यात्रा 7 नवंबर को कात्यानी माता मंदिर दिल्ली छतरपुर से सुबह 10 से शुरू होगी जो दोपहर में जिरखोर मंदिर पहुंचेगी. यहीं पर रात्रि विश्राम होगा और यहीं पर यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी होगी.
8 नवंबर: जिरखोद मंदिर से राष्ट्रगान और हनुमान चालीसा के साथ यात्रा फिर से शुरू होगी. दोपहर में यात्रा मेडिकल कॉलेज पहुंचेगी, यहां पर भोजन की व्यवस्था होगी. यहां से 7 किमी चलकर रात्रि में दशहरा मैदान यात्रा पहुंचेगी जहां विश्राम होगा.
9 नवंबर: फरीदाबाद से सुबह बल्लभगढ़ मंडी की तरफ यात्रा कूच करेगी. दोपहर में यहां भोज विश्राम होगा. इसके बाद यात्रा रात्रि में सीकरी पहुंचेंगे यहां पर सभी यात्री विश्राम करेंगे.
10 नवंबर: सीकरी से सुबह यात्रा चलकर दोपहर में पृथला पहुंचेगी. इसके बाद यात्रा पलवर स्कूल में रात्रि विश्राम करेगी.
11 नवंबर: पलवर से सुबह 7 बजे यात्रा निकलेगी और दोपहर में शुगर मिल पर भोज विश्राम करेगी इसके बाद मित्र हाल में रात्रि विश्राम होगा.
12 नवंबर: मित्र हॉल से सुबह यात्रा निकलेगी और दोपहर में बंचारी जीबीएम में भोज विश्राम करेगी इसके बाद बंचारी से होटल मंडी में रात्रि विश्राम होगा.
13 नवंबर: होटल मंडी से सुबह यात्रा निकलेगी और दोपहर में कोर्ट 1बॉर्डर में भोज विश्राम करेगी. इसके बाद कोसी मंडी में रात्रि विश्राम होगा.
14 नवंबर : कोसी मंडी से सुबह यात्रा निकलेगी और दोपहर में रोज तरह विश्राम करते हुए गुप्ता रेजिडेंसी में रात्रि विश्राम होगा.
15 नवंबर (9वां पड़ाव): 15 नवंबर को यात्रा यादव हरियाणा ढाबा पर भोज विश्राम करेगी इसके बाद राधा गोविंद मंदिर में रात्रि विश्राम होगा.
16 नवंबर : 16 नवंबर यात्रा का आखिरी दिन होगा. यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचेगी. बांके बिहारी वृंदावन मंदिर में यह यात्रा समाप्त की जाएगी.
जया किशोरी भी होंगी शामिल
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यह दूसरी यात्रा होगी और इस यात्रा में अनिरुद्ध आचार्य और जया किशोरी जैसे संत भी शामिल होंगे.