बैरसिया से भोपाल आ रहे किसानों की कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से चर्चा करवाते एसडीएम आशुतोष शर्मा।
भोपाल से करीब 42 किलोमीटर दूर बैरसिया तहसील परिसर के पास मंगलवार को किसानों ने खाद-बिजली को लेकर हल्ला बोला। यहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया। फिर करीब 120 ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भोपाल की ओर कूच किया, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही बेरिकेडिंग करके उन्हें
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अपनी 11 सूत्री मांगों के समर्थन में किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनरतले यह प्रदर्शन किया। तहसील परिसर के पास धरना हुआ। सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक धरना चला। इसके बाद किसान करीब 120 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ भोपाल की ओर कूच करने लगे। वे बैरसिया से 5-6 किलोमीटर दूर पहुंचे ही थे कि पुलिस ने बेरिकेडिंग करके रोक दिया। किसानों का कहना था कि उन्हें भोपाल जाने दिया जाए। ताकि, कलेक्टर को वे अपनी समस्या बता सके।
इसके बाद यही पर बैरसिया एसडीएम शर्मा ने मोबाइल पर कलेक्टर से किसानों की बात करवा दी। करीब 5 मिनट की चर्चा के बाद किसान माने और प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
बैरसिया से भोपाल के लिए बढ़ते किसान।
किसान बोले- हम कलेक्टोरेट के बाहर ही दाल-बांटी बनाएंगे कलेक्टर से मोबाइल पर बात करते हुए किसन संघ के जिलाध्यक्ष गिरवर सिंह राजपूत ने कहा कि हम कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। इस पर कलेक्टर सिंह ने कहा कि आप चिंता मत कीजिए। हम एसडीएम से चर्चा कर लेंगे। आगे किसानों ने कहा-हम भोपाल की ओर कूच करने वाले हैं। वहीं पर आपसे मिलेंगे। रात में कलेक्टोरेट के बाहर ही दाल-बांटी बनाएंगे। इस पर कलेक्टर ने फिर दोहराया कि आप चिंता न करें। हम बात करके समस्याएं दूर करेंगे।
इन मांगों को लेकर प्रदर्शन
- खाद की कालाबाजारी बंद हो।
- सहकारी संस्थाओं को मांग अनुसार खाद दिया जाए।
- कृषि पंपों के लिए बिजली 10 घंटे दी जाए।
- वर्षों से एक ही स्थान पर जमे अधिकारी-कर्मचारियों को दूर जगह भेजा जाए।

किसानों से चर्चा करते एसडीएम आशुतोष शर्मा।
200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ भोपाल पहुंचते किसान संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल धूत ने बताया कि 200 ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर 800 से ज्यादा किसान भोपाल पहुंचने वाले थे, क्योंकि रास्ते से करीब 80 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और शामिल होती। कलेक्टर ने 7 दिन में समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया है। यदि समस्या दूर नहीं हुई तो फिर से बड़ा प्रदर्शन करेंगे।