मंदसौर जिले में खेल विभाग की कथित अनियमितताओं और खिलाड़ियों के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में मंगलवार शाम को खिलाड़ियों ने गांधी चौराहे पर चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। जिला खेल एकता मंच के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में ‘भ्रष्टाचार मुक्त खेल व्यवस्था’ क
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प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों ने बताया कि जिले में खेल संबंधी व्यवस्थाएं पूरी तरह अव्यवस्थित हैं। वर्ष 2024-25 और 2025-26 में आयोजित शालेय जिला स्तरीय एवं संभाग स्तरीय प्रतियोगिताओं के प्रमाण पत्र खिलाड़ियों को अब तक नहीं दिए गए हैं। जबकि अन्य जिलों में ऐसी प्रतियोगिताओं के समापन पर ही प्रमाण पत्र वितरित कर दिए जाते हैं।
खिलाड़ियों ने यह भी आरोप लगाया कि इस वर्ष शासन द्वारा स्वीकृत स्पोर्ट्स किट (टी-शर्ट, शॉर्ट्स आदि) किसी भी खिलाड़ी को नहीं मिली है। इसके अतिरिक्त, इस सत्र में मंदसौर में केवल दो संभागीय प्रतियोगिताएं ही आयोजित की गईं। पिछले वर्ष यहां आठ संभागीय, चार राज्यस्तरीय और एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ था।
कालापीपल (शाजापुर) में आयोजित संभाग स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को अब तक टीए/डीए भत्ता भी नहीं मिला है। खिलाड़ियों का कहना है कि जब कड़ी मेहनत के बावजूद उन्हें न तो प्रमाण पत्र मिलते हैं, न भत्ता और न ही किट, तो उनका मनोबल गिरता है और खेल के प्रति उनका विश्वास डगमगाने लगता है।
प्रदर्शन के बाद खिलाड़ियों ने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख मांगें शामिल थीं-
- जिला क्रीड़ा निरीक्षक की कार्यप्रणाली की जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाए।
- वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 के सभी खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र तत्काल वितरित किए जाएं।
- चयनित खिलाड़ियों को शासन द्वारा स्वीकृत स्पोर्ट्स किट तुरंत प्रदान की जाए।
- आगामी सत्र से मंदसौर में संभागीय, राज्यस्तरीय एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं नियमित रूप से आयोजित की जाएं।
- हॉकी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को टीए/डीए भत्ते का शीघ्र भुगतान किया जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में राकेश श्रीवास्तव, अविनाश उपाध्याय, आकाश गाजवा, सॉफ्टबॉल संघ सहित विभिन्न खेल संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित रहे।
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