लटेरी कृषि उपज मंडी में मंगलवार शाम किसानों ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि मंडी प्रशासन ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए अचानक छुट्टी घोषित कर दी और नीलामी रोक दी। इस पर नाराज किसानों ने प्रशासन और व्यापारियों के खिलाफ नारेबाजी की।
.
किसानों ने बताया कि वे किराए के वाहनों से अपनी फसल लेकर मंडी पहुंचे थे और कई दिन से वहीं रुके हुए हैं। नीलामी समय पर न होने से उन्हें वाहनों का अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा है।
मंडी में अव्यवस्थाओं से बढ़ी परेशानी
मंडी परिसर में बिजली, पानी और सफाई की खराब व्यवस्था को लेकर भी किसानों ने नाराजगी जताई। उनका कहना है कि न तो पीने के पानी की व्यवस्था है, न रात में रुकने की कोई सुविधा। पानी का टैंकर तीन दिन से खाली पड़ा है।
व्यापारियों पर मनमानी का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि मंडी में व्यापारी मनचाहे दाम पर फसल खरीद रहे हैं। कई ट्रालियां दो दिन से खड़ी हैं, लेकिन उनकी उपज की बोली तक नहीं लगी। किसानों ने मांग की कि या तो नीलामी नियमित रूप से कराई जाए या मंडी को पूरी तरह बंद कर दिया जाए।
अधिकारियों ने पहुंचकर किया समाधान का प्रयास
मामले की जानकारी मिलते ही तहसीलदार जगन प्रसाद शोर और प्रभारी मंडी सचिव भागचंद सिलावट मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से चर्चा की और करीब एक घंटे की समझाइश के बाद स्थिति शांत कराई। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि नीलामी प्रक्रिया जल्द सामान्य की जाएगी और मंडी में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।