हरदा जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और नागरिकों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मंगलवार को सेमिनार हॉल में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 160 ट्रैफिक वार्डन, नगर रक्षा समिति और ग्राम रक्षा समिति
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प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों का पालन, हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग तथा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमित कुमार मिश्रा ने सुरक्षा समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने की अनिवार्यता और यातायात नियमों के पालन की अपील की। उन्होंने “राहवीर योजना” के बारे में भी बताया, जिसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को “गोल्डन आवर” में अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने वाले व्यक्ति को शासन द्वारा ₹25,000 का पुरस्कार दिया जाता है।
इस अवसर पर रक्षित निरीक्षक रजनी गुर्जर ने कहा कि सुरक्षा समिति के सदस्य पुलिस विभाग का अभिन्न अंग हैं और वे समाज में पुलिस के सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सदस्यों से न केवल स्वयं यातायात नियमों का पालन करने, बल्कि अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को भी नियमों का पालन करने के लिए जागरूक कर सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया।
थाना प्रभारी सूबेदार उमेश ठाकुर ने यातायात नियमों के साथ-साथ भारत सरकार की राहवीर योजना, हिट एंड रन प्रतिकर योजना और केशलैस उपचार योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान भी किया।
कार्यक्रम में आरआई रजनी गुर्जर, सूबेदार उमेश ठाकुर, हेड कॉन्स्टेबल महेश शर्मा, आरक्षक अभिषेक, नीरज तिवारी, रतन और ललित गुर्जर सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।