छिंदवाड़ा में जहरीले सिरप से 24 बच्चों की मौत के बाद भी प्रदेश का औषधि अमला सतर्क नहीं हुआ है। भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने अप्रैल में देशभर में 35 फिक्स डोज कॉम्बीनेशन (FDC) दवाओं को “अनअप्रूव्ड” बताते हुए उनके निर्माण और बिक्री रोकने के निर्द
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भास्कर ने 7 जिलों में पड़ताल करके ये दवाएं मेडिकल स्टोर्स से बिना डॉक्टर के पर्चे के खरीदी हैं। भास्कर टीम ने भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर के मेडिकल स्टोर्स से ऐसी कई दवाएं फुटकर और थोक में खरीदीं।
इन अनअप्रूव्ड दवाओं का इस्तेमाल बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में खांसी-जुकाम, बुखार, एंटीबायोटिक, ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी बीमारियों के लिए किया जा रहा है। DCGI डॉ. राजीव रघुवंशी के मुताबिक, राज्यों ने बिना केंद्र की स्वीकृति के इन दवाओं के निर्माण और बिक्री के लाइसेंस जारी कर दिए, जिससे लोगों की जान को गंभीर खतरा है।
24 बच्चों की मौत से भी सबक नहीं: डीजीसीआई के आदेश के बाद भी बेपरवाह
1. मुरैना के पोरसा में मेडिकल स्टोर से दैनिक भास्कर रिपोर्टर को अनअप्रूव्ड दवाएं देने के लिए लेकर आता दुकानदार 2. गुना में अनअप्रूव्ड कॉम्बिनेशन दवा देते हुए मेडिकल स्टोर संचालक।
कागजों में बैन, भास्कर पड़ताल में मिली ये दवाएं
1. दवा: ऑफ्लॉक्सासिन 50mg + ऑर्निडाजोल 125mg + रेसैकैडोट्रिल 15mg सिरप {उपयोग: बच्चों को डायरिया (दस्त), पेचिश, पेट दर्द, और डिहाइड्रेशन रोकने। 2. दवा: नॉरफ्लॉक्सासिन 125mg + मेट्रोनिडाजोल 120mg + सिमेथिकोन 10mg सिरप {उपयोग: बच्चों को दस्त, डायरिया व पेट के संक्रमण रोकने। 3. दवा: सेफिक्सिम 200mg + एज़िथ्रोमाइसिन 250mg + लैक्टिक-ऐसिड बैसिलस टैबलेट उपयोग: कान, गला, सांस की नली, फेफड़े, त्वचा, मूत्र नली और पेट/आंत संबंधी संक्रमणों में। 4..दवा: ऐस्ब्रोफिलीन 200mg + मॉन्टेलुकास्ट 10mg + फैक्सोफेनेडाइन 120mg टैबलेट उपयोग: अस्थमा, एलर्जीक राइनाइटिस, ब्रोंकाइटिस, सांस संबंधित एलर्जी 5. दवा: मेटफॉरमिन हाइड्रोक्लोराइड (एसआर) 500एमजी+ वोग्लिबोस 0.2एमजी टैबलेट उपयोग: टाइप-2 डायबिटीज़ में, जब डाइट, एक्सरसाइज या एक ही दवा से डायबिटीज कंट्रोल नहीं होती।
(ये सभी दवाएं औषधि महानियंत्रक की उस सूची में शामिल हैं, जिन पर निर्माण, बिक्री और वितरण रोकने के आदेश हैं।)
डीजीसीआई से मार्गदर्शन मांगेंगे
यह कांबिनेशन दवाएं कई वर्षों से चल रही हैं। अब मैं इनके संबंध में औषधि महानियंत्रक भारत और इन दवाओं को बनाने का लाइसेंस देने वाले राज्यों के ड्रग कंट्रोल को पत्र लिख रहा हूं। औषधि महानियंत्रक से स्पष्ट मार्गदर्शन और निर्देश आने के बाद इसमें कार्रवाई की जाएगी। हमारे यहां पर समय-समय पर कार्रवाई की जा रही है। दिनेश श्रीवास्तव, ड्रग कंट्रोलर, मप्र
निर्माण और बिक्री पर रोक
DCGI ने सभी प्रदेशों के ड्रग कंट्रोलर के नाम भेजे पत्र में 35 अनअप्रूव्ड कांबिनेशन की सूची दी गई है। इन दवाओं के निर्माण और बिक्री पर रोक के लिए लिखा है।