श्योपुर जिले में भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा से सैकड़ों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। मुआवजे और बीमा क्लेम की मांग को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को पटेल चौक पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार आपदा के समय किसान
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धरने को संबोधित करते हुए विधायक बाबू जंडेल ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब किसान बारिश और फसल बर्बादी से जूझ रहे थे, तब सरकार और प्रभारी मंत्री ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा लेना भी उचित नहीं समझा। जंडेल ने इस रवैये को किसानों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता बताया।
इसी दौरान विधायक जंडेल ने एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति प्रदेश सरकार के श्योपुर प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला को श्योपुर लेकर आएगा, उसे ₹11,000 का इनाम दिया जाएगा। जंडेल ने आरोप लगाया कि जिले में इतनी बड़ी कृषि आपदा के बावजूद प्रभारी मंत्री एक बार भी श्योपुर नहीं आए, जबकि किसानों की स्थिति का जायजा लेने के लिए उनका आना आवश्यक था।
पूर्व नपाध्यक्ष दौलतराम गुप्ता ने भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने बताया कि आरबीसी के तहत मुआवजा देने का स्पष्ट प्रावधान है, फिर भी प्रशासन सर्वे में अनावश्यक देरी कर रहा है। गुप्ता ने आरोप लगाया कि सरकार राहत के नाम पर राजनीति कर रही है, जबकि किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता की आवश्यकता है।
धरने में बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। किसानों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उनके खेतों में खड़ी सोयाबीन, मूंग, उड़द, मूंगफली और यहां तक कि गेहूं की बुवाई भी बारिश के कारण खराब हो गई है, जिससे वे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
विधायक जंडेल ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सर्वे पूरा कर किसानों को मुआवजा जारी नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि जब तक किसानों को उचित राहत नहीं मिलती, उनका यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।