बुलेट ट्रेन की स्पीड से दौड़ेगी ये वन्देभारत, पलक झपकते हो जाएगी छू मंतर…

बुलेट ट्रेन की स्पीड से दौड़ेगी ये वन्देभारत, पलक झपकते हो जाएगी छू मंतर…


नई दिल्‍ली. वंदेभारत ट्रेन लोगों की पसंदीदा ट्रेन बनती जा रही है. लोग सुविधाओं से लेकर स्‍पीड तक दिवाने हो रहे हैं. यही वजह है कि देश में वंदेभारत ट्रेनों की संख्‍या लगातार बढ़ती जा रही है. अब वंदेभारत का सफर करने वालों के लिए एक और अच्‍छी खबर है. एक वंदेभारत बुलेट ट्रेन की स्‍पीड से दौड़ेगी. इसका काम काफी तेजी से चल रहा है. पूरा होने के बाद ट्रेन फुल स्‍पीड से दौड़ेगी यानी पलक झपकते ही आंखों से ओझल हो जाएगी.

मौजूदा समय 164 वंदेभारत सर्विस पूरे देश में चल रही हैं. पहले यह ट्रेन बड़े शहरों के बीच चलती थी, लेकिन अब छोटे-छोटे शहरों के बीच भी ट्रेन चल रही हैं. इसमें लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, जिससे लोगों को बेहतर सफर का अनुभव मिल सके. भारतीय रेलवे सुविधाओं के साथ ट्रेन की स्‍पीड़ बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए ट्रैक क्षमता बढ़ानी जरूरी होती है. क्‍योंकि मौजूदा वंदेभारत एक्‍सप्रेस 180 किमी. प्रति घंटे की स्‍पीड से डिजाइन है, लेकिन 160 किमी. की स्‍पीड से दौड़ सकती है.

देशभर में केवल एक ट्रैक

देशभर में केवल एक सेक्‍शन में ट्रैक 160 किमी. प्रति घंटे की स्‍पीड से दौड़ सकती है. वो सेक्‍शन दिल्‍ली से आगरा के बीच का है. 174 किमी. लंबा सफर 160 किमी. की स्‍पीड से तय करती है.

ट्रैक का हो रहा है काम

दिल्‍ली से भोपाल के बीच के चलने वाली वंदेभारत फुल स्‍पीड से दौड़ेगी. इसके लिए ट्रैक की क्षमता बढ़ाने का काम हो रहा है. मौजूदा समय दिल्‍ली आगरा तक का ट्रैक 160 किमी. की स्‍पीड से चलाने के लिए फिट है. इसके आगे के ट्रैक को 160 किमी. की स्‍पीड के लिए तैयार किया जा रहा है. रेलवे के अनुसार दो साल के अंदर ट्रैक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा. इसके बाद इस रूट पर चलने वाली यह वंदेभारत अनूठी होगी, जो 160 किमी. की स्‍पीड से दौड़कर सफर पूरा करेगी.

90 और वंदेभारत आएंगी ट्रैक पर

वंदेभारत की सर्विस और बढ़ाने के लिए 90 वंदेभारत ट्रेनें और तैयार कराई जा रही हैं. इनका आर्डर हो चुका है, जो कई कोच फैक्ट्रियों में तैयार हो रही हैं. इतनी बड़ी संख्‍या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जितनी वंदेभारत एक्‍सप्रेस का निर्माण पिछले करीब 7 सालों में नहीं हुआ है, उससे अधिक का निर्माण होने जा रहा है. इस तरह जल्‍द ही बड़े शहरों के साथ साथ छोटे शहरों और पर्यटन या धार्मिक स्‍थलों से वंदेभारत ट्रेनों का ऑपरेशंन शुरू होगा, जिससे अधिक से अधिक लोग इस ट्रेन से सफर करने का अनुभव ले सकें.

शाही सफर सोते हुए

वंदेभारत के साथ जल्‍द ही स्‍लीपर वंदेभारत चलने वाली है. संभावना है कि जल्‍द ही यह ट्रेन ट्रैक पर आ जाएगी. एक ट्रेन बनकर खड़ी है और दूसरी ट्रेन लगभग तैयार होने वाली है. दोनों ट्रेनों आते ही इनका ऑपरेशंस शुरू हो जाएगा. चूंकि यह ट्रेन लंबी दूरी पर चलेगी, इसलिए ओवर नाइट होगी, दो ट्रेनों के बगैर रेगुलर सर्विस शुरू नहीं की जा सकती है, इसलिए दूसरी ट्रेन का इंतजार किया जा रहा है.



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