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Ghar Pe Palak Kaise Ugaye: अगर आप पालक खाने के बहुत शौकीन हैं तो घर के गमले में भी ताजी पालक उगा सकते हैं. इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिससे आपको पूरे ठंड सीजन बाजार से पालक खरीदन की जरूरत नहीं पड़ेगी.
सर्दियों के मौसम में घरों में हरा साग सबसे ज्यादा बनता है. हालांकि, हरे साग में लोग सबसे ज्यादा पालक को खाना पसंद करते हैं. क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है. साथ ही शरीर को एंटी ऑक्सीडेंट्स, मिनरल्स, विटामिन्स और फाइबर होने से पोषक तत्व भी मिल जाते है, जिससे इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है.

बाजार से पालक खरीदकर लाते हैं लेकिन एक से दो दिन के भीतर बनाया नहीं तो पत्तियां गलने लगती हैं और ताजगी भी खत्म हो जाती है. इसलिए अब आप अपने घर के गमले में भी इसे आसानी से उगा सकते हैं. हम आपको पालन उगाने के सही तरीका बता रहे हैं, इससे आपको पूरी सर्दी पालक खरीदना नहीं पड़ेगा.

छतरपुर नौगांव कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ डॉक्टर कमलेश अहिरवार बताते हैं कि घर में पालक उगाना बहुत ही आसान है. आप अपने घर की छत में या गमले में भी लगा सकते हैं. गमले में लगा रहे हैं तो गमले के साइज का ध्यान रखना होगा.

आप पालक के लिए गहरा नहीं बल्कि बड़ा और चौड़ा गमला खरीदें. पालक ऊंचाई में ज्यादा नहीं बढ़ता, इसके अलग-अलग और ज्यादा पत्तों के लिए चौड़ी जगह की जरूरत होती है. आप चाहें तो ग्रो बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. गमले के तले में पानी निकलने की उचित व्यवस्था होना चाहिए, अधिक नमी के कारण पौधा जल्दी खराब हो जाता है.

पालक की अच्छी पैदावार हासिल करने के लिए पोषण युक्त मिट्टी का उपयोग करना होगा. ऐसे में आप नॉर्मल गार्डन की मिट्टी 50 प्रतिशत, गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट 40 प्रतिशत और रेत 10 प्रतिशत ले लीजिए. इसके साथ आप थोड़ा सा नीम खली भी ले लीजिए. सभी को अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद एक से दो दिन के लिए हवादार जगह पर रखें, उसके बाद गमले में भर दीजिए.

गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरने के बाद इसमें पालक के बीज को चारों तरह डालकर दबा दें और थोड़ा सा पानी डाल दें. ध्यान रहे पानी की मात्रा उतनी हो, जितने से मिट्टी में नमी रह सके. गमले को ऐसी जगह रखें जहां इसे धूप मिल सके, लेकिन डायरेक्ट धूप भी नहीं लगनी चाहिए. आपको पौधे में रोजाना पानी देना होगा.

पालक की खासियत यह है कि यह बेहद तेजी से बढ़ती है. बीज बोने के केवल 20 से 25 दिनों के भीतर ही इसकी पहली कटाई के लिए ताज़ी पत्तियां तैयार हो जाती हैं. जब पौधे बड़े होने लगे, तो आप उनकी पत्तियों को तोड़कर उपयोग कर सकते हैं .पालक की कटाई हसिया या चाकू से इस तरह से करें जिससे जड़ों को नुकसान ना हो, ताकि पालक दोबारा उग सके. हालांकि, कैंची की मदद से पालक के पत्तों को तोड़ना सबसे सही तरीका माना जाता है.

घर की केमिकल फ्री पालक खाने के लिए ऑर्गेनिक खाद का ही इस्तेमाल करें. इसके अलावा पौधों की कीटों से बचाने के लिए आप नीम का तेल या अन्य जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं.ध्यान रहे कि पौधे की सिंचाई के करते समय ज्यादा पानी ना डालें. नहीं तो पौधा फंगस का शिकार हो सकता है.