Last Updated:
MPPSC Success Story: सतना जिले ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. MPPSC 2023 परीक्षा परिणाम में जिले के पांच युवाओं ने सफलता की नई मिसाल कायम की है. किसी ने साधारण शुरुआत से असाधारण ऊंचाइयां छुईं तो किसी ने दूसरे प्रयास में और बड़ा अफसर बनने का सपना किया पूरा. जानें इनकी कहानियां…
जवाहर नगर की साक्षी गर्ग ने एमपीपीएससी 2023 में राजनीति शास्त्र विषय से असिस्टेंट प्रोफेसर का पद हासिल किया है. उन्होंने यह सफलता अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित की. काशी हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहीं साक्षी ने साबित किया कि समर्पण और अनुशासन से हर सपना साकार हो सकता है.

बिरसिंहपुर की प्रिया अग्रवाल ने छठवें प्रयास में एमपीपीएससी परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर बनकर जिले का नाम रोशन किया. नारियल प्रसाद बेचने वाले पिता विजय अग्रवाल की बेटी प्रिया ने प्रदेश में 6वीं रैंक हासिल की. उनकी ये कहानी संघर्ष, लगन और आत्मविश्वास की प्रेरक मिसाल है.

मझगवां निवासी भागवत प्रसाद शिवहरे ने एमपीपीएससी परीक्षा में सहकारिता निरीक्षक पद पर चयन पाकर लगातार दूसरी सफलता हासिल की. इससे पहले वे 2022 में परिवहन उप निरीक्षक बने थे. उनकी यह उपलब्धि मेहनत और निरंतरता की ताकत को दर्शाती है.

रीवा में आबकारी निरीक्षक के पद पर पदस्थ नेहा प्रजापति ने एमपीपीएससी 2023 में डीएसपी का पद प्राप्त किया. यह उनका चौथा प्रयास था और उन्होंने इसमें कुल 1575 में से 800 अंक हासिल किए. जवाहर नगर की इस बेटी की सफलता से पूरा मोहल्ला उत्सव के माहौल में डूबा है.

एमपीपीएसी-2023 के एग्जाम में इटौरा निवासी आशीष पांडेय का चयन सहकारिता निरीक्षक के पद पर हुआ है. यह उनकी पहली कोशिश थी. वर्ष 2024 की पीएससी परीक्षा में आशीष का चयन सहायक ट्रेजरी आफीसर के पद पर हुआ था. हालांकि, अभी ज्वाइनिंग लेटर नहीं आया है. उनके पिता उमेश पांडेय प्राइवेट सर्विस से सेवानिवृत्त हैं.