WTC Points Table: टीम इंडिया साउथ अफ्रीका से सीरीज हारी तो क्या होगा? यूं बदल जाएगा पॉइंट्स टेबल का समीकरण

WTC Points Table: टीम इंडिया साउथ अफ्रीका से सीरीज हारी तो क्या होगा? यूं बदल जाएगा पॉइंट्स टेबल का समीकरण


World Test Championship: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज 14 नवंबर (शुक्रवार) को शुरू होने वाली है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2027 फाइनल को देखते हुए यह सीरीज टीम इंडिया के काफी अहम है. 2021 और 2023 में खिताबी मुकाबले तक पहुंचने वाला भारत इस साल फाइनल में नहीं पहुंच पाया था. डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर साउथ अफ्रीका ने हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया था. ऐसे में टीम इंडिया के लिए यह सीरीज आसान नहीं होने वाली है. उसे एक कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.

अभी कैसी है टीम इंडिया की स्थिति?

दस दिनों और दो मैचों में भारत या तो 2027 के फाइनल में अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है या फिर अपने पूरे चक्र को मध्यक्रम से एक हताश पीछा करने के लिए मजबूर कर सकता है. भारत ने सीरीज की शुरुआत 7 टेस्ट मैचों में 52 अंकों के साथ की है, जिसका अंक प्रतिशत (पीसीटी) 61.90 है. वह ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बाद तीसरे स्थान पर है. दो और टेस्ट मैचों के साथ उनके कुल अंक बढ़कर 108 हो जाएंगे और चूंकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पीसीटी का उपयोग होता है, इसलिए हर मैच का रिजल्ट पक्ष में होना जरूरी होता है.

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सीरीज जीता तो क्या हो जाएगा?

घरेलू मैदान पर 2-0 की जीत से भारत को 24 अंक मिलेंगे, जिससे उसके 108 में से 76 अंक हो जाएंगे. इसका पीसीटी 70.37 है. इससे टीम इंडिया श्रीलंका से आगे हो जाएगी. वह सिर्फ ऑस्ट्रेलिया से पीछे रहेगी. इससे श्रीलंका और न्यूजीलैंड के विदेशी दौरों और घरेलू बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले टीम की राह आसान हो जाएगी. एक मैच ड्रॉ होने के बाद सीरीज में 1-0 की जीत भी भारत को मजबूत स्थिति में रखेगी. टीम 108 में से 68 अंक और 62.96 के पीसीटी के साथ तीसरे स्थान पर रहेगी.

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भारत के लिए अलग-अलग अंतर के परिणाम

भारत के लिए 1-1 से ड्रॉ भी खतरनाक है. ड्रॉ सीरीज टीम इंडिया को 59.26 प्रतिशत पर ला देगी. वह तीसरे स्थान पर बनी रहेगी, लेकिन 60 प्रतिशत के उस आंकड़े से नीचे खिसक जाएगी जो आमतौर पर फाइनलिस्ट और संभावित दावेदारों के बीच का अंतर होता है. इसके बाद इस चक्र के आखिरी नौ टेस्ट मैचों में प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए जोरदार प्रदर्शन करना होगा और हार की गुंजाइंश काफी होगी. दो ड्रॉ से स्थिति और ज्यादा खराब हो जाएगी. 55.56% के साथ भारत तकनीकी रूप से तीसरे स्थान पर बना हुआ रहेगा, लेकिन आगे के मैचों में हार की गुंजाइश भी नहीं बचेगी. श्रीलंका और न्यूजीलैंड में हर विदेशी टेस्ट एलिमिनेटर जैसा हो जाएगा.



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