‘मानो परिवार का कोई सदस्य चला गया…’ गौ माता ‘नंदिनी’ की निकली भावुक अंतिम यात्रा, 7 साल पहले हुई थी अनोखी शादी

‘मानो परिवार का कोई सदस्य चला गया…’ गौ माता ‘नंदिनी’ की निकली भावुक अंतिम यात्रा, 7 साल पहले हुई थी अनोखी शादी


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Bhopal News: भोपाल की बैरसिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम गुनगा कलारा में गौ माता ‘नंदिनी’ की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिनकी सात साल पहले ‘नंदी’ (बैल) के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी कराई गई थी. इस दृश्य ने हर किसी की आंखें नम कर दीं.

आचार्य शिवकांत,

Bhopal News: मध्य प्रदेश के भोपाल की बैरसिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम गुनगा कलारा में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं. यह मौका था गांव की गौ माता ‘नंदिनी’ की अंतिम यात्रा का, जिनकी सात साल पहले’नंदी’ (बैल) के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी कराई गई थी. नंदिनी की मृत्यु के बाद ग्रामीणों के चेहरों पर गहरा दुख था, मानो उन्होंने अपने परिवार के किसी सदस्य को खो दिया हो.

जब संकट में गांव ने कराई थी ‘गौ-शादी’
लगभग सात साल पहले, जब गुनगा कलारा गांव सूखे और संकट से जूझ रहा था, तब किसी महात्मा ने ग्रामीणों को ‘गौ-विवाह’ कराने का सुझाव दिया था. ग्रामीणों ने पूरी आस्था के साथ गौ माता नंदिनी और नंदी का धूमधाम से विवाह करवाया. ग्रामीणों की मान्यता है कि इस विवाह के बाद गांव में अच्छी वर्षा हुई और खुशहाली लौट आई. हालांकि, शादी के दो वर्ष बाद नंदी शांत हो गए थे, और तब भी उनका अंतिम संस्कार पूरे हिंदू रीति-रिवाजों से किया गया था. अब जब गौ माता नंदिनी ने अपने प्राण त्यागे, तो पूरा गांव एक बार फिर श्रद्धा और शोक में डूब गया

अद्भुत अंतिम यात्रा

  • गौ माता नंदिनी की इस अद्भुत अंतिम यात्रा में सिर्फ गुनगा कलारा ही नहीं, बल्कि आसपास के कई गांवों के लोग भी शामिल हुए.
  • फूल-मालाओं से सजी एक ट्रॉली में गौ माता नंदिनी के पार्थिव शरीर को रखकर पूरे गांव में घुमाया गया.
  • इस दौरान ढोल-नगाड़ों की थाप पर “गौ माता की जय हो” के नारे गूंजते रहे।गांव की महिलाओं ने पारंपरिक रूप से साड़ी उड़ाकर माता को विदाई दी.कई ग्रामीणों ने शोक जताते हुए पारंपरिक रूप से मुंडन संस्कार भी करवाया.
  • अंतिम यात्रा के दौरान हर घर के आंगन से लोग बाहर निकले, किसी ने आंसू भरी आंखों से हाथ जोड़े तो किसी ने फूलों की वर्षा कर नंदिनी को अंतिम विदाई दी.

अब होगा भंडारा और क्रियाक्रम
ग्रामीण घनश्याम शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सात साल पहले हमारे गांव में बारिश नहीं हो रही थी.महात्मा जी ने कहा कि अगर गौ माता का विवाह कराया जाए, तो गांव में वर्षा और समृद्धि आएगी। हमने पूरी श्रद्धा से विवाह कराया और सचमुच गांव में खुशहाली लौटी. आज गौ माता नंदिनी के जाने से हम सब दुखी हैं. अब हम उनका क्रियाक्रम और भंडारा भी पूरे हिंदू रीति-रिवाज से करेंगे. गुनगा कलारा के ग्रामीणों का मानना है कि गौ माता केवल पशु नहीं, बल्कि साक्षात माता हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने भी बचपन में गौ सेवा कर यह संदेश दिया था कि गौ की सेवा ही पहला धर्म है. नंदिनी की यह अंतिम यात्रा सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि आस्था, संस्कार और भावनाओं की एक जीवंत मिसाल बन गई है.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें

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