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Burhanpur News: पक्षी प्रेमी कमरुद्दीन फलक से बताया कि अबाबील यूरोप और अफ्रीका में पाए जाने वाला पक्षी है जो भारत भ्रमण पर भी आता है. उसे प्रवासी पक्षी भी कहते हैं. यह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में 3 महीने अक्सर नजर आता है.यह एक दिन में 300 किलो मीटर का सफर तय कर लेता है.
मध्य प्रदेश में आज भी कई विदेशी पक्षी बभारत भ्रमण लिए आते हैं पक्षी प्रेमी इतिहासकार कमरुद्दीन फलक ने जानकारी देते हुए कहा कि अबा बिल ऐसा पक्षी है कि जो विदेशी पक्षियों में गिना जाता है वह नवंबर से जनवरी 3 महीने तक भ्रमण के लिए आता है. 300 किलोमीटर रोज सफर करता है इसकी उड़ान प्रति घंटा 50 किलोमीटर की होती है यह पक्षी बड़ा नाजुक होता है. इसके द्वारा जो घोंसला बनाया जाता है.
पक्षी प्रेमी ने दी जानकारी
टीम जब पक्षी प्रेमी कमरुद्दीन फलक से बताया कि अबाबील यूरोप और अफ्रीका में पाए जाने वाला पक्षी है जो भारत भ्रमण पर भी आता है. उसे प्रवासी पक्षी भी कहते हैं. यह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में 3 महीने अक्सर नजर आता है.यह एक दिन में 300 किलो मीटर का सफर तय कर लेता है.बड़ा नाजुक पक्षी होता है नदी किनारे और तालाब किनारे सबसे अधिक रहना पसंद करता है. 1 घंटे में 50 किलोमीटर की रफ्तार से यह उड़ान लेता है.यह पक्षी नदी के आसपास अपने भोजन की तलाश करता है और कीड़े इसका भोजन होता है.
इंजीनियर से बेहतरीन बनाता है घोंसले
यह पक्षी दिखने में बड़ा खूबसूरत होता है लेकिन इसका जो आशियाना होता है वह भी बहुत खूबसूरत बनाता है और यह पक्षी अपनी चोंच से अपने घोसले का निर्माण करता है नदी या तालाब के किनारे की कंकर और मिट्टी से यह घोंसला बनाता है. इसकी बनावट ऐसा लगता है कि किसी इंजीनियर ने उनके घोसले का निर्माण किया है. लेकिन यह स्वयं अपने रहने की व्यवस्था करते हैं और उनके घोसले इतने खूबसूरत नजर आते हैं कि लोग उनके फोटो वीडियो भी बनाकर सोशल मीडिया पर डालते हैं इनकी सोच कि कलाकारी इतनी खूबसूरत है कि हर कोई इसको देखा रह जाता है.