बालाघाट जिले के लामता में सात दिवसीय सिद्ध चक्र महामंडल विधान का समापन हो गया। समापन के उपरांत श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें पालकी में विराजित श्रीजी की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराया गया।
.
एक हफ्ते से लामता में जैन धर्मावलंबियों की ओर से सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन किया जा रहा था। इस दौरान श्री शांतिनाथ भगवान का पूजन अभिषेक और शांतिधारा के साथ ही श्री सिद्धचक्र महामंडल का पूजन किया गया।
देखिए तस्वीर…

पालकी में भगवान श्रीजी की प्रतिमा का नगर भ्रमण किया
सात दिवसीय विधान के समापन के बाद हवन पूजन किया गया। इसके उपरांत भगवान की शोभायात्रा निकाली गई। ढोल-बाजे, रथ, घोड़े और बैंड-बाजे के साथ जैन धर्मावलंबियों ने पालकी में भगवान श्रीजी की प्रतिमा को उठाकर नगर भ्रमण किया। जगह-जगह भगवान का पूजन और आरती की गई। बाहर से आए कलाकारों ने सड़कों पर रंगोली बनाई, जिससे शोभायात्रा का मार्ग और आकर्षक हो गया।
नगर के प्रमुख मार्गों से निकली श्रीजी की शोभायात्रा का समापन जैन मंदिर में हुआ। इस सात दिवसीय सिद्ध चक्र महामंडल विधान में बालाघाट, वारासिवनी, चांगोटोला, केवलारी, बैहर, पिंडरई, घंसोर सहित अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में साधर्मी पहुंचे थे।
पूरा सिद्ध चक्र मंडल महाविधान का पूजन, अभिषेक छत्तीसगढ़ के भिलाई से पधारे ब्रह्मचारी अंकित भैया के सानिध्य में संपन्न हुआ।