अंग्रेजों से बचकर जहां छिपे थे आजाद, तीन महीने तक बनाए बम, आज मिट रहे क्रांतिकारी इतिहास के सबूत

अंग्रेजों से बचकर जहां छिपे थे आजाद, तीन महीने तक बनाए बम, आज मिट रहे क्रांतिकारी इतिहास के सबूत


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Shivpuri News: शिवपुरी के खनियाधाना स्थित सीतापाठा में चंद्रशेखर आजाद ने काकोरी कांड के बाद बम परीक्षण किए थे. संरक्षण के अभाव में यह ऐतिहासिक स्थल अब खंडहर में बदल रहा है. समय के साथ यह महत्वपूर्ण स्थल पूरी तरह मिट जाने की कगार पर है.

आशीष पाण्डेय/शिवपुरी . शिवपुरी जिला क्रांतिकारी की भूमि रहा है. यहां के कई स्थलों ने आजादी की लड़ाई के दौरान वीर क्रांतिकारियों के साहस और संघर्ष को संजोए रखा, लेकिन उपेक्षा और संरक्षण के अभाव में आज ये स्थान खंडहर में बदलते जा रहे हैं. ऐसा ही एक स्थल खनियाधाना तहसील के अंतर्गत स्थित सीतापाठा है, जहां अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद ने काकोरी कांड (9 अगस्त 1925) के बाद अज्ञातवास के दौरान बम परीक्षण किए थे.

रिपोर्ट्स के अनुसार, चंद्रशेखर आजाद वर्ष 1928 में खनियाधाना के सीतापाठा पहुंचे थे. यहां वे न केवल बम बनाते थे, बल्कि क्रांतिकारियों को प्रशिक्षण भी देते थे. उनके खनियाधाना के तत्कालीन शासक महाराजा खलक सिंह जूदेव से गहरे संबंध थे. माना जाता है कि महाराजा ही उन्हें यहां लेकर आए थे और संरक्षण प्रदान किया था.
आजाद पर पुस्तक लिखने वाले साहित्यकार और शोधकर्ता सुखनंदन चौबे बताते हैं कि आजाद की खलक सिंह से मुलाकात झांसी में एक रोचक घटना के बाद हुई. महाराजा अपनी हडसन कार की मरम्मत कराने सिराजुद्दीन नामक मेकैनिक के पास गए थे, जहां आजाद अंग्रेजों से बचने के लिए मेकैनिक का रूप धरे काम कर रहे थे.

आजाद ने अपनी पिस्तौल से सांप को मारा
उन्होंने बताया कि जब लौटते समय रास्ते में एक सांप ने महाराजा को डसने की कोशिश की, तब आजाद ने अपनी पिस्तौल से सांप को मार दिया. इस घटना के बाद महाराजा समझ गए कि वह कोई साधारण मिस्त्री नहीं, बल्कि क्रांतिकारी हैं. इसके बाद वे उन्हें खनियाधाना लेकर आए, जहां आजाद लगभग तीन महीने तक रहे और कई बार बम परीक्षण भी किए.

आज देखरेख की कमी
आज ये ऐतिहासिक स्थल जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. देखरेख की कमी और प्रशासनिक उदासीनता के कारण यहां के अनेक सबूत नष्ट हो रहे हैं. न तो इस स्थान पर कोई पट्टिका है और न ही इसे संरक्षित धरोहर घोषित किया गया है. समय के साथ यह महत्वपूर्ण स्थल पूरी तरह मिट जाने की कगार पर है.

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Dallu Slathia

Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 7 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across …और पढ़ें

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