सीधी जिले में मझौली अस्पताल की स्टाफ नर्सों ने सोमवार को चलती बस में एक गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। यह महिला सिंगरौली जिले के निगरी की रहने वाली थी और सीधी से कुसमी जा रही थी।
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शाम करीब 6:30 बजे महिला को डोल और बरम बाबा के बीच जंगल क्षेत्र में अचानक तेज प्रसव पीड़ा हुई। उसी बस में स्वास्थ्य विभाग की पांच नर्सिंग स्टाफ मौजूद थीं, जो गेट कीपर्स प्रशिक्षण से लौट रही थीं।
नर्सों की तत्परता से हुआ प्रसव
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मझौली की नर्स अंजलि गुप्ता और नेहा साकेत (सीएचओ) ने तुरंत महिला की जांच की। उन्होंने तय किया कि महिला को अन्य स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाना जोखिम भरा हो सकता है।
बिना समय गंवाए, दोनों नर्सों ने बस में ही सुरक्षित प्रसव कराने का निर्णय लिया। यात्रियों को पीछे हटने और गोपनीयता बनाए रखने के लिए पर्दे की व्यवस्था की गई। सीमित संसाधनों के बावजूद, नर्सों ने पूरी सतर्कता और कुशलता के साथ महिला का प्रसव कराया।
मां और नवजात दाेनों स्वस्थ
कुछ ही देर में महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद नर्सों ने तुरंत मझौली के बीएमओ डॉ. संदीप शुक्ला को सूचना दी। उनके निर्देशानुसार, मां और नवजात को एंबुलेंस से सिंगरौली अस्पताल भेजा गया, जहां मंगलवार को उनका आगे का उपचार जारी है। दोनों को पूरी तरह स्वस्थ है। बस में मौजूद अन्य यात्रियों ने नर्सों के इस कार्य की सराहना की।

मां और बच्चे के साथ नर्सिंग स्टाफ।
बीएमओ डॉ. संदीप शुक्ला ने कहा
चलती बस में सुरक्षित प्रसव कराना चुनौतीपूर्ण था। नर्सिंग स्टाफ के साहस और समर्पण की सराहना की जानी चाहिए।
