Last Updated:
Baghelkhand Usina Dish: बघेलखंड का पारंपरिक व्यंजन उसिना मूंग, उड़द, मसूर और चना दाल से तैयार किया जाता है. उसिना को भाप में पकाया जाता है. सर्दियों में खास तौर पर बनने वाला यह हाई प्रोटीन उसिना स्वाद के साथ सेहत और परंपरा की पहचान है. जानें रेसिपी…
Baghelkhand Usina Dish: मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र की पारंपरिक रसोई आज भी अपने देसी स्वाद से लोगों को आकर्षित करती है. इन्हीं में खास है उसिना, जो बघेलखंड की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है. चार प्रकार की दालों से बनने वाली ये डिश बिना तेल-मसाले के भाप में पकाई जाती है. उसिना कभी राजा-महाराजा का प्रिय व्यंजन माना जाता था, आज भी यह बघेली उसिना क्षेत्र की परंपरा से जोड़ता है.
रसोइया गुड़िया कुशवाहा ने लोकल 18 को बताया, उसिना बनाने में मुख्य रूप से मूंग, उड़द, मसूर और चना दाल का उपयोग किया जाता है. इन सभी दालों को एक दिन पहले भिगोकर रखा जाता है, फिर पीसकर गाढ़ा पेस्ट तैयार किया जाता है. इस पेस्ट में डोडा, काली मिर्च, नमक, हींग और चैली पत्ता जैसे देसी मसाले मिलाए जाते हैं, जो इसके स्वाद को खास बना देते हैं.
सूखी घास पर बनती ये डिश
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इसे चूल्हे पर पारंपरिक तरीके से बनाया जाता है. एक बड़े से भगोने में पानी भरकर उसके ऊपर सूखी घास रखी जाती है. फिर चूल्हे में चढ़ाया जाता है. महिलाएं हाथ से छोटी-छोटी लोई के आकार की टिक्कियां बनाकर उसे घास पर सजा देती हैं. इसके बाद इसे करीब 14 से 15 मिनट तक भाप में पकाया जाता है. यह डिश बिना तले खाई जाती है. हालांकि, कुछ लोग इसे हल्का कुरकुरा तलकर टमाटर या दही की चटनी के साथ भी पसंद करते हैं.
इसमें हाई प्रोटीन
उसिना खासतौर पर सर्दियों के मौसम पर ज्यादा बनाया जाता है. बघेलखंड के लगभग हर घर में एक-दो महीने के अंतराल में यह लजीज बघेली जायका जरूर बनता है. खास बात ये कि इसमें ज्यादा तेल नहीं होता है. कई दालों से तैयार होने के कारण यह हाई प्रोटीन से भरपूर होता है.
लोकप्रिय हो रही ये डिश
आज यह उसिना धीरे-धीरे देशभर में लोकप्रिय हो रहा है. कई लोग इसकी कढ़ी और सब्जी बनाकर भी मुख्य भोजन के रूप में परोस रहे हैं. अगर आप भी देसी, हेल्दी और पारंपरिक खाने के शौकीन हैं, तो बघेली उसिना आपके लिए एक परफेक्ट विकल्प हो सकता है, जिसमें स्वाद के साथ संस्कृति की खुशबू भी है.
About the Author
एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय. प्रिंट मीडिया से शुरुआत. साल 2023 से न्यूज 18 हिंदी के साथ डिजिटल सफर की शुरुआत. न्यूज 18 के पहले दैनिक जागरण, अमर उजाला में रिपोर्टिंग और डेस्क पर कार्य का अनुभव. म…और पढ़ें